कटनी मध्य प्रदेश
गर्मी के दिन आते ही शासन प्रशासन द्वारा नवीन नलकूप खनन पर रोक लगाते हुए लगातार कार्यवाही के निर्देश दिए जाते हैं जिसके परिणाम स्वरूप तो कहीं एसडीएम तो कहीं तहसीलदार तो कहीं पुलिस विभाग द्वारा लगातार नलकूप खनन करने वाली बोरिंग मशीनों के ऊपर कार्यवाही करके थाने चौकियो में खड़ा कराया जा रहा है लेकिन प्रशासनिक तंत्र द्वारा यह नहीं देखा जा रहा कि उनके अधीनस्थ कर्मचारियों द्वारा लोगों तक पर्याप्त पानी नल जल के माध्यम से पहुंचा जा रहा है कि नहीं या फिर जिले में नल जल व्यवस्था सुचारू रूप से चल रही है कि नहीं इन कार्यवाही के बीच ग्रामीणों ने ढेरो सवाल खडे किए हैं
ढीमरखेड़ा तहसील में मात्र दो गांव में जल जीवन मिशन हैंडोवर
शासन प्रशासन द्वारा लगातार नवीन नलकूप खनन पर प्रतिबंध लगाया जा रहा है लेकिन ग्रामीण इलाकों में यह नहीं देखा जा रहा जल जीवन मिशन में काम कर रहे ठेकेदार द्वारा जल जीवन मिशन पर कितना काम किया गया है जबकि जल जीवन मिशन प्रारंभ होते ही पीएचई विभाग के अधिकारियों द्वारा बताया गया था कि 2024 की गर्मी के पूर्व जल जीवन मिशन के अधिकांश गांव में सप्लाई चालू कर दी जाएगी लेकिन पीएचई विभाग के रिकॉर्ड अनुसार ढीमरखेड़ा तहसील की ग्राम पंचायत सनकुई और ग्राम पंचायत गूडा छोटे ग्राम में ही नल जल जीवन मिशन का काम पूरा करके हैंडोवर किया गया है लेकिन लेकिन आधी गर्मी बीत जाने के बाद भी ढीमरखेड़ा तहसील के दो दर्जन से अधिक ग्राम पंचायत में पानी की किल्लत बनी हुई है ग्रामीणों ने सवाल खड़े किए हैं कि जिस प्रकार से प्रशासन युद्ध स्तर पर नवीन नलकूप खनन पर रोक लगाने और कार्यवाही करने में लगी हुई है उसी प्रकार से प्रत्येक ग्राम पंचायत में जल जीवन की स्थिति को पता करके पीएचई विभाग या ठेकेदार पर भी कार्यवाही करनी चाहिए
घटिया सामग्री डाल रहा है ठेकेदार पीएचई की विभाग मौन
प्राप्त जानकारी के अनुसार जहां-जहां पर टांका निर्माण और वितरण पाइपलाइन बिछ गई है वहां ठेकेदार द्वारा नाल कूपर 12 एचपी की जगह 5 एचपी का समरसेबल पंप डाला जा रहा है साथ ही घटिया एवं गुणवत्ता हैं पाइप डाले जा रहे हैं इतना होने के बावजूद जल जीवन मिशन से गांव में सप्लाई नहीं दी जा रही है अधिकांश गांव में पुरानी सप्लाई से ही जल जीवन मिशन को संचालित किया जा रहा है जिसका कामयाज आया है कि तीन दिनों में एक बार नल आता है और इस भीषण गर्मी में पानी की किल्लत मची हुई है
पीएचई विभाग और ठेकेदार पर कब होगी युद्ध स्तर पर कार्यवाही
जिस प्रकार से देखा जाए तो ग्रामीणों द्वारा पीएचई विभाग को जल जीवन मिशन एवं पानी की किल्लत की शिकायत की जा रही है और सामग्री में गुणवत्ताहीन की शिकायत की जा रही है लेकिन स्लीमनाबाद पीएचई विभाग एसडीओ विपुल पटेल द्वारा मौन अवस्था में ना तो ग्राम का निरीक्षण किया जा रहा है और ना ही जल जीवन मिशन की मॉनिटरिंग की जा रही है जिसका खामियाजा है की घटिया सामग्री डाली जा रही है और जल जीवन मिशन को फेल किया जा रहा है बहरहाल जिस प्रकार से शासन प्रशासन अवैध नलकूप खनन पर रोक लगाने में युद्ध स्तर पर काम कर रही है उसी प्रकार से प्रत्येक गांव में जल जीवन मिशन की मॉनिटरिंग होनी चाहिए और इस भीषण गर्मी में लोगों को रोजाना पानी पहुंच रहा है कि नहीं इस बात का विशेष ध्यान रखना चाहिए
सौरभ गर्ग ब्यूरो कटनी
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