मंदसौर – 26 जून 25/ मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. गोविंद सिंह चौहान ने बताया कि, मंदसौर जिले में नशीली दवाओं के दुरुपयोग के खिलाफ एक व्यापक जागरूकता अभियान चलाया गया। इस पहल के तहत, “जिंदगी को हां और नशे को ना कहें” का संकल्प लिया गया, जिसका उद्देश्य नशीली दवाओं के दुरुपयोग को रोकना और एक स्वस्थ जीवन शैली को बढ़ावा देना है।
डॉ. चौहान ने स्वयं नशे से दूर रहने और इसे रोकने में सहयोग करने के लिए खुद को प्रतिबद्ध किया। उन्होंने जिले के सभी स्वास्थ्य संस्था में कार्यरत अधिकारियों और कर्मचारियों को ई-शपथ लेने के लिए भी प्रोत्साहित किया।
शासकीय नर्सिंग कॉलेज मंदसौर में प्राचार्य श्रीमती सीमा टेल ने नर्सिंग छात्रों और कर्मचारियों को शपथ दिलाई।
ग्राम भालोट में आयोजित एक विशेष जागरूकता कार्यक्रम में, डॉ. लेखा तंवर, नोडल अधिकारी, एनटीसीपी (राष्ट्रीय तंबाकू नियंत्रण कार्यक्रम) ने उपस्थित लोगों को नशीली वस्तुओं, जैसे बीड़ी, सिगरेट, तंबाकू उत्पाद और अन्य सस्ती नशीली दवाओं के सेवन से दूर रहने की सलाह दी। उन्होंने जोर देकर कहा कि ये सभी वस्तुएं किसी न किसी रूप में मानव स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचाती हैं। श्री ऋषि ईश्वर त्रिवेदी, मानसिक स्वास्थ्य परामर्शदाता ने जानकारी दी कि जो लोग नशीली वस्तुओं का सेवन करते हैं और उनके आदी हो चुके हैं, उनकी काउंसलिंग मनकक्ष, जिला चिकित्सालय मंदसौर में की जाती है। परामर्श के लिए उनसे संपर्क किया जा सकता है। इस अभियान का मुख्य उद्देश्य है कि, मंदसौर जिले को नशा मुक्त बनाने और स्वस्थ समाज के निर्माण में योगदान देना है। इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम में डॉ. एम.एल. कश्यप (जिला मीडिया अधिकारी), सीएचओ, एएनएम, शिक्षक, छात्र, ग्रामीण नागरिक, आशा कार्यकर्ता और आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
रिपोर्टर -: जीतेन्द्र सिंह प्रितेश फरक्या
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