चंदेरी –बसंत पंचमी के शुभ अवसर पर मां शारदा के अवतरण दिवस के अवसर पर सोमवार को सरस्वती विद्या मंदिर चंदेरी में विद्यारंभ संस्कार कार्यक्रम संपन्न हुआ।विद्यालय के प्राचार्य जगदीश शर्मा ने बताया की हिंदू धर्म के सोलह संस्कारों में से विद्यारंभ संस्कार को भी बेहद महत्वपूर्ण माना जाता है इसी दिन से बच्चे को औपचारिक रूप से शिक्षा मिलना आरंभ हो जाता है ऐसी मान्यता है कि जब बच्चे को शुभ मुहूर्त में विद्यारंभ संस्कार संपन्न करवाया जाता है तो उससे उसे ज्ञान ,बुद्धि और अच्छे संस्कारों की प्राप्ति होती है।
विद्यारंभ संस्कार में सर्वप्रथम विधिवत सरस्वती माता की पूजा अर्चना की गई इसके उपरांत यज्ञ आचार्य द्वारा ऐसे अभिभावक जिनके बच्चों की उम्र 3 से 5 वर्ष है और जो इस वर्ष से विद्यालय जाना प्रारंभ करेंगे उन्हें विद्यालय परिवार द्वारा आमंत्रित किया गया और हवन करा कर विद्यारंभ संस्कार कराया गया जिसमें उपस्थित अभिभावकों के साथ बच्चों ने भी आहूति देकर इस संस्कार की शुरुआत तख्ती पर माँ, राम,ओम, श्री, शिव लिखकर और सातिया बनाकर की गई। यहां यह उल्लेखनीय है कि बसंत उत्सव भारत की सर्वाधिक प्राचीन और सशक्त परंपरा है इस पर्व को सत ज्ञान की अधिष्ठात्री मां सरस्वती के जन्म उत्सव के रूप में भी मनाए जाने की विस्तृत विवरण हमारे पुरा साहित्य में मिलते हैं।
पुलिसवाला न्यूज़ चंदेरी
पत्रकार सैयद आबिद हाशमी
Leave a comment