रायपुर पुलिस ने कुख्यात अंतर्राष्ट्रीय संगठित अपराधिक गिरोह के खिलाफ बड़ी कार्रवाई को अंजाम देते हुए छत्तीसगढ़ से तीन और राजस्थान से एक आरोपी को गिरफ्तार किया है. आरोपियों का झारखण्ड के कुख्यात अमन साहू गैंग के सक्रिय सदस्य थे, जिनके पास से घटना में इस्तेमाल किए जाने वाले पिस्टल बरामद किए गए हैं. पुलिस के मुताबिक, मास्टर माइंड मयंक सिंह मलेशिया से अमन साहू गैंग से जुड़े इन आरोपियों को निर्देशित कर रहा था.
छत्तीसगढ़ के बड़े कारोबारी अंतरराष्ट्रीय गैंगस्टर की निगाहों में चढ़ गए है, लिहाजा उगाही के लिए भी इन कारोबारियों को तकादा किया जा रहा था. लेकिन धौंस असर नहीं करने पर इन कारोबारियों को सबक सिखाने के लिए गैंगस्टर ने अपने गुर्गों को रायपुर भेज दिया था. योजना थी कि कारोबारी के सीने पर पूरे 21 की 21 गोलियां दाग दी जाए, लेकिन उससे पहले ही मिले इंटेलिजेंस इनपुट पर रायपुर पुलिस ने इन गुर्गों को धरदबोचा
रायपुर पुलिस ने कुख्यात अंतर्राष्ट्रीय संगठित अपराधिक गिरोह के खिलाफ बड़ी कार्रवाई को अंजाम देते हुए छत्तीसगढ़ से तीन और राजस्थान से एक आरोपी को गिरफ्तार किया है. आरोपियों का झारखण्ड के कुख्यात अमन साहू गैंग के सक्रिय सदस्य थे, जिनके पास से घटना में इस्तेमाल किए जाने वाले पिस्टल बरामद किए गए हैं. पुलिस के मुताबिक, मास्टर माइंड मयंक सिंह मलेशिया से अमन साहू गैंग से जुड़े इन आरोपियों को निर्देशित कर रहा था.पुलिस के मुताबिक, मयंक सिंह अपने शूटर्स के माध्यम से लॉरेंस बिश्नोई एवं अमन साहू के टार्गेट को अंजाम देता है. गिरफ्तार शूटर रोहित स्वर्णकार तथा राजस्थान निवासी पप्पू सिंह लगातार मयंक सिंह के संपर्क में थे. आरोपियों के कब्जे से एक पिस्टल, एक खाली मैग्जीन और चार मोबाइल फोन जब्त किया है. आरोपियों के विरूद्ध थाना गंज में अपराध क्रमांक 223/24 धारा 399, 402, 386, 120बी भादवि. एवं 25 आर्म्स एक्ट का अपराध पंजीबद्ध किया गया है.
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, झारखण्ड के अमन साहू गैंग को संचालित करने वाला मास्टर माइंड मयंक सिंह मलेशिया से आरोपियों के संपर्क में था. उसने बोकारो, झारखण्ड निवासी रोहित स्वर्णकार को पहले पिस्टल के लिए मध्य प्रदेश के इंदौर शहर भेजा था. इंदौर के सेंधवा से अपने संपर्क के माध्यम से एक पिस्टल और एक मैग्जीन उपलब्ध कराने के बाद रोहित को रायपुर पहुंचने के लिये निर्देशित किया. वहीं मयंक सिंह ने दूसरी ओर राजस्थान के पाली जिला के ग्राम सारन में बैठे पप्पू सिंह को वारदात को अंजाम देने के लिए एक बाइक राइडर की व्यवस्था करने को कहा था.
रायपुर क्राइम ब्रांच और थाना पुलिस की 100 सदस्यीय टीम पूरे ऑपरेशन पर जुटी हुई थी. रायपुर आईजी अमरेश मिश्रा ने पूरे मामले का खुलासा करते हुए बताया कि अंतर्राष्ट्रीय गैंगस्टर को ट्रैप करने के लिए जयपुर, रायपुर, और झारखंड समेत अन्य स्थानों पर 100 पुलिस अधिकारी और कर्मचारियों को ऑपरेशन की ज़िम्मेदारी सौंपी गई थी. उनके साथ रायपुर एसएसपी संतोष कुमार सिंह खुद पूरे ऑपरेशन की पल-पल की जानकारी ले रहे थे. इसी का नतीजा है कि कारोबारी की हत्या से पहले अंतर्राष्ट्रीय गिरोह के गुर्गों को धरदबोचा गया. पुलिस अधिकारी गोपनीय रूप से गिरोह के शूटर्स के पीछे लगे हुए थे, ताकि इनके ऑपरेशन के अंतिम बिंदु तक पहुँचा जा सके.
रिपोर्ट-मयंक श्रीवास्तव
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