जिला अशोकनगर मध्य प्रदेश
चंदेरी तुर्तुक लद्दाख भारत का पाक सरहद का आख़िरी गाँव है जो 1971, में पाकिस्तान से हमारे भारत की आर्मी ने लड़ाई में ले लिया था, तुर्तुक में लोग परंपरागत उन के शाल , पश्मीना बनाते थे पर अब नई जेनरेशन ने इसे बनाना बंद कर दिया है । इसलिए ISDC के साथ मुज़फ़्फ़र अंसारी , अब्दुल मुबींन मध्यप्रदेश से बुलाए गए थे । लखनऊ, बनारस , अमरोहा , दिल्ली , और लेह के लोगों ने पाँच गाँव का भ्रमण किया और युवाओं को इकट्ठा कर इस विरासती काम को चालू रखने की ट्रेनिंग दी ।चार दिन के प्रोग्राम में यहाँ के बुनकरों को डिज़ाइन बनाना लूम को अपग्रेट करना ऊन से धागा बनाना और शॉल को मल्टी रंगों में कैसे बनाये इसकी ट्रेनिंग दी गई ।भविष्य में कुछ सामान चन्देरी से ला कर लगाना है और तुर्तुक के लोगों के साथ काम करना है ।तुर्तुक के बुनकरों को ऊन से धागा बनाने की ट्रेनिंग और ऊन से कपड़े बनाने की ट्रेनिंग देते हुए मशहूर बुनकर मास्टर मुजफ्फर अंसारी कल्ले भाई
पत्रकार सैयद आबिद हाशमी चंदेरी
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