- Share
- दोपहिया वाहन विक्रेताओं का बैठक लेकर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ. लाल उमेद सिंह ने वाहन के साथ अनिवार्य रूप से हेलमेट बेचने दिए निर्देश&url=https://policewala.org.in/?p=46177" rel="nofollow">Tweet
- Pin
- Share
- दोपहिया वाहन विक्रेताओं का बैठक लेकर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ. लाल उमेद सिंह ने वाहन के साथ अनिवार्य रूप से हेलमेट बेचने दिए निर्देश https://policewala.org.in/?p=46177" target="_blank" rel="nofollow">
रायपुर
रायपुर जिला में सड़क हादसों में दोपहिया चालकों के सिर पर चोट लगने से हो रही लगातार मौतों पर नियंत्रण हेतु रायपुर पुलिस विभिन्न माध्यमों से हेलमेट जागरूकता अभियान चला रही है साथ ही दोपहिया वाहन चालकों पर कार्यवाही भी कर रही है। इसी क्रम में एसएसपी रायपुर डॉ. लाल उमेद सिंह के निर्देशन में रायपुर शहर एवं आसपास के दोपहिया वाहन विक्रेताओं/डीलर्स को सूचना देकर यातायात कार्यालय में बैठक रखा गया था जिसमें 51 दोपहिया वाहन डीलर्स के साथ साथ रायपुर आटो डीलर्स एसोसियेशन के उपाध्यक्ष कैलाश खेमानी व एमजी रोड व्यापारी संघ के अध्यक्ष श्री संजय जदवानी उपस्थित हुए। बैठक में क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी आशीष देवांगन, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक डॉ. प्रशांत शुक्ला अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक यातायात एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक यातायात /प्रोटोकॉल डॉ. अनुराग झा, उप पुलिस अधीक्षक सतीश ठाकुर एवं गुरजीत सिंह उपस्थित रहे।

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ. लाल उमेद सिंह ने दोपहिया वाहन डीलर्स से कहा कि वाहन बेचते समय आपके द्वारा वाहन क्रेताओं को वाहन की जानकारी देकर उनका ब्रेन वॉश इस तरह से किया जाता है कि घर से सोचकर आए वाहन को न लेकर आपके बताएॅ वाहनों को लेने के लिए बाध्य हो जाते है। इसी तरह वाहन खरीदने वालों को उनकी सुरक्षा के बारे में बताना है, हेलमेट क्यों जरूरी है, किसके लिए वाहन खरीद रहे है, उनका ड्रायविंग लायसेंस है कि नही है, वह बालिग है कि नही यह भी पूछताछ के भाग में शामिल करें। स्पीड बाईक बेचते समय स्पीड बाईक के सारे सुरक्षा प्रणाली के बारे में बताए, कितना स्पीड में सुरक्षित रहेगा, कितना भार ले जा सकते है, ब्रेक सिस्टम की क्या स्थिति है यह सब जानकारी देना आवश्यक है।

स्पीड बाईक खरीदकर बिना सुरक्षा प्रणाली को समझे वाहन चालक युवा वर्ग नवा रायपुर में जाकर स्टंट करने लग जाते है लिहाजा दुर्घटना होने पर चोटिल होते है और जान जाने का भी खतरा बना रहता है। वर्तमान समय में स्टंट करते हुए रील बनाने का प्रचलन सा हो गया है। युवा पीढ़ी अपनी सुरक्षा को ताक पर रखकर इन सबसे प्रेरित होकर सड़क हादसों में अपनी जान गंवा रहे है। एक युवा की सड़क हादसें में मौत होने पर उनकी तीन पीढ़िया प्रभावित होती है। युवा पीढ़ी सड़कों पर वाहन चलाते समय अपनी सुरक्षा को लेकर गंभीर नही है जिसका परिणाम रायपुर जिला में विगत 07 माह में सड़क हादसों में सिर में चोट लगने से 214 लोगों का मौत हो गया है।

इन मौतों को नियंत्रित करने के लिए हम सभी को मिल कर प्रयास करने की आवश्यकता है। हेलमेट की अनिवार्यता आवश्यक है जिसके लिए सर्वप्रथम पहल आपको करना है क्योंकि आप वाहन बेच रहे है, वाहन चालकों की सुरक्षा आपकी प्राथमिकता में शामिल होना चाहिए। अपने शो रूम में स्थान देखकर हेलमेट से संबंधित जागरूकता फ्लैक्स लगाये। वाहन को बच्चा लेकर कहॉ जा रहा है, किस प्रकार चला रहा है, अधिक स्पीड में तो नही चल रहा है इसके लिए जीपीएस सिस्टम लगायें, पालकों को एप डाउनलोड करने की जानकारी दे कि किस प्रकार आप अपने बच्चों के वाहन गतिविधियों पर नजर रख सकते है। हम सबके प्रयासों से किसी की भी जान बच जाती है तो निश्चित रूप से उसका परिवार सुरक्षित रह पाएगा। सड़कों पर मौत कम हुआ तो हमारा प्रयास सफल माना जाएगा। इसे अपना सामाजिक दायित्व मानते हुए वाहन के साथ हेलमेट बेचना अनिवार्य करे, परिजनों का काउंसलिंग कराये, पालकों को जीपीएस का एपलीकेशन डाउनलोड कराये।

राडा के उपाध्यक्ष कैलाश खेमानी ने बताया कि पूर्व से ही राडा ने सभी डीलर्स को आदेशित कर चुके है, सभी डीलर्स इसका पालन करा रहे है और हमने कंपनी से यह बातचीत किया है कि वाहन के साथ हेलमेट निःशुल्क दिया जाए इस पर अमल होने पर वाहन खरीदनें वालों को इसकी सुविधा मिलेगी। रायपुर आटो डीलर्स की ओर से कैलाश खेमानी ने आश्वस्त किया कि उनके सभी डीलर्स वाहन बेचते समय शत प्रतिशत हेलमेट बेचेगी, वाहनों में सुरक्षा उपायों की जानकारी खरीदने वालों दिया जाएगा। हेलमेट की उपयोगिता को समझाया जाएगा तथा डीलर स्थान पर हेलमेट जागरूकता का फ्लैक्स भी लगाया जाएगा।
रिपोर्ट: मयंक श्रीवास्तव
Leave a comment