इंदौर मध्य प्रदेश
सुसनेर / आचार्य पद पर रहकर संपूर्ण भारत वर्ष में जैन धर्म की ध्वजा फ़हराने वाले दर्शन सागरजी पिछले लंबे समय से अस्वस्थ थे । हाल ही मे पिछले कुछ दिनों से श्री नरेंद्र जी वेद द्वारा ग्रेटर बाबा में उनका उपचार कराया जा रहा था । जहां परम पूज्य मुनि श्री पूज्य सागर जी महाराज के सानिध्य में उन्हें मंत्रों के जाप का श्रवण भी कराया गया ।
आज मुनि अवस्था में परम पूज्य दर्शन सागर जी महाराज ने सुसनेर में शाम 5 :05 मिनिट पर देह त्याग कर दिया ।
मुनि श्री का डोला कल 2 दिसंबर को प्रातः 9 बजे सुसनेर में निकलेगा ।
उल्लेखनीय हे कि पिछले तीन दिनों से मुनि श्री ने चारो प्रकार के आहार का त्याग कर यम संलेखना धारण कर ली थी ।
समाधि के पूर्व देश भर से आचार्यों और मुनि राजो द्वारा सोशल नेटवर्क के माध्यम से उन्हें संबोधन सुनाया गया । परम पूज्य आचार्य समय सागर जी , वर्धमान सागर जी , संभव सागर जी (शिखर जी), प्रसन्न ऋषि जी , चैत्य सागर जी , प्रज्ञा सागर जी , मोक्ष सागर जी , विप्रणत सागर जी , मुनि पूज्य सागर जी, सृष्टि भूषण माताजी , गणनी आर्यिका ज्ञान मति माताजी , चंदना मति माताजी , क्षुल्लक पर्व सागर जी सहित देश भर के संतो ने मुनि श्री को संबोधन कर धर्म देशना प्रदान की ।
जैसे ही उनके आहार त्याग करने का समाचार मिला वैसे ही देश भर के विभिन्न प्रदेशों के उनके अनुयायियों का ताता लग गया । दिल्ली , जयपुर , अहमदाबाद , कोटा , उज्जैन सहित विभिन्न शहरों के भक्त पहुंचने लगे ।
मुनि श्री की संलेखना समाधि के अंतर्गत धर्म देशना में पंडित नितिन झांझरी , शांतिलाल नलखेड़ा , मुकेश जैन सुसनेर , प.अर्पित वाणी आदि का विशेष उल्लेखनीय योगदान रहा ।
कल निकलने वाले डोले में हजारों की संख्या में भक्त पहुंचेंगे । सुसनेर समाज द्वारा इस हेतु व्यापक प्रबंध किए गए हे ।
रिपोर्ट अनिल भंडारी
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