“छत्तीसगढ़ दंतेवाड़ा के जिला अस्पताल में बड़ी लापरवाही सामने आई है। जहां डॉक्टरों ने फंगस वाले ओटी में मरीजों का मोतियाबिंद का ऑपरेशन कर दिया। जहां 20 मरीजों का ऑपरेशन किया गया। इसके बाद 10 मरीजों की हालत बिगड़ गई। जिन्हें आनन फानन में रायपुर ) रेफर किया गया है। इस मामले की जांच के लिए रायपुर से विशेषज्ञों की टीम दंतेवाड़ा जाएगी।
बता जा रहा है कि जिन मरीजों की हालत बिगड़ी है, उन्हें इन्फेक्शन से फिर आंखों में समस्या हो रही है। अब हालत यह है कि मरीजों को दिखाई देना भी बंद हो गया है। इस समस्या के बाद मरीजों के परिजनों में भी आक्रोश है। मामला बढ़ने के बाद स्वास्थ्य विभाग ने जांच टीम गठित की है। जांच टीम दंतेवाड़ा पहुंचकर जांच करेगी कि आखिर इन्फेक्शन ओटी की वजह से हुआ है या फिर अन्य कोई समस्या थी।”
छत्तीसगढ़
दंतेवाड़ा जिला अस्पताल में लापरवाही: फंगस वाले ओटी में कर दिया मोतियाबिंद का ऑपरेशन, 10 मरीज की हालत बिगड़ी
डॉक्टरों ने फंगस वाले ओटी में मरीजों का मोतियाबिंद का ऑपरेशन कर दिया। जहां 20 मरीजों का ऑपरेशन किया गया। इसके बाद 10 मरीजों की हालत बिगड़ गई।
: छत्तीसगढ़ दंतेवाड़ा के जिला अस्पताल में बड़ी लापरवाही सामने आई है। जहां डॉक्टरों ने फंगस वाले ओटी में मरीजों का मोतियाबिंद का ऑपरेशन कर दिया। जहां 20 मरीजों का ऑपरेशन किया गया। इसके बाद 10 मरीजों की हालत बिगड़ गई। जिन्हें आनन फानन में रायपुर रेफर किया गया है। इस मामले की जांच के लिए रायपुर से विशेषज्ञों की टीम दंतेवाड़ा जाएगी।
बता जा रहा है कि दंतेवाड़ा जिला अस्पताल के जिस ओटी में ऑपरेशन कराया गया है। वह ओटी पिछले एक साल से बंद थी। जहां ऑपरेशन थियेटर को सेनिटाइज करने में मेडिकल प्रोटोकॉल का पालन भी नहीं किया गया, यह भी आरोप लगाए जा रहे हैं। वहीं विशेषज्ञ बताते हैं कि ओटी को पहले फार्मेल्डिहाइड फ्यूमीगेशन करवाना था। इसके बाद कम से कम 48 घंटे तक इसे बंद रखा जाना था। जबकि ऐसा नहीं किया। फ्यूमीगेशन के कुछ समय बाद ओटी खोल दिया गया। जबकि ओटी कल्चर टेस्ट कराया जाना था, नहीं कराया गया।”
हरिहर सिंह ठाकुर पुलिस वाला न्यूज जगदलपुर
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