इंदौर मध्य प्रदेश
जिला कार्यक्रम अधिकारी रामनिवास बुधौलिया के नेतृत्व एवम मार्गदर्शन में DHEW इंदौर के द्वारा 100 दिवसीय जागरूकता अभियान में आज दिनांक 28 जून 24 को शासकीय आष्टांग आयुर्वेदा महाविद्यालय इंदौर में बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ सप्ताह के अंतर्गत जिला मिशन समन्वयक डॉ वंचना सिंह परिहार द्वारा पीसीपीएनडीटी कानून का जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम का प्रारंभ मां सरस्वती एवं मां धनवंतरी की पूजा अर्चना के साथ हुई।अतिथियों के स्वागत की परंपरा को आगे बढ़ाते हुए मुख्य अतिथि का स्वागत आदरणीय प्राचार्य द्वारा एवं मुख्य वक्त का स्वागत महिला सेल की अध्यक्ष द्वारा किया गया।
कार्यक्रम की भूमिक को बताए हुए डॉक्टर भार्गव ने भारत सरकार की मुहिम एवं 100 दिवसीय जागरूकता कार्यक्रम का उद्देश्य और थीम बताया गया, तत्पश्चात प्राचार्य द्वारा स्वागत उद्बोधन दिया गया । मुख्य अतिथि के द्वारा बताया गया कि महिलाओं एवं बालिकाओ के लिए समाज में सोच में परिवर्तन आ रहा है उसे और स्वस्थ एवं सकारात्मक करना है। मुख्य वक्त में पीसीपीएनडीटी कानून के मुख्य बिंदुओं को बताया , गर्भधारण के दौरान प्रसव पूर्व लिंग परिरक्षण करके बालक है या बैला की जांच करना अपराध की श्रेणी में आता हुआ जिसके लिए कारावास का प्रावधान है और साथ ही यदि कोई व्यक्ति मुखबिर बनकर प्रशासन को ऐसे व्यक्तियों और और ऐसे मेडिकल प्रैक्टिशनर की जानकारी देता है तो उसको 2 लाख रुपए का पुरुषकार का प्रावधान है । कार्यक्रम का संचालन डॉक्टर भार्गव के द्वारा किया गया।
इसी में महाविद्यालय की महिला सेल की बैठक भी संपन्न हुई। महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ ए पी सिंह चौहान , वरिष्ठ प्राध्यापक एवं विभागाध्यक्ष डॉ अखिलेश भार्गव , महाविद्यालय की महिला सेल की अध्यक्ष डॉ रंजीता मैडम ,डायरेक्टर एल एन सी टी कॉलेज ऑफ ग्रुप एवं समाजसेविका डॉ संध्या एस चौकसे , DHEW की जेंडर विशेषज्ञ एवं पर्यवेक्षक सुश्री सुनीता गोखले ,,, वन स्टॉप सेंटर की लॉ केस वर्कर एवं DHEW की लेखा विशेषज्ञ सुश्री शिवानी श्रीवास , महाविद्यालय के सभी प्राध्यापक एवं स्टाफ, छात्र छात्राएं उपस्थित रही l
रिपोर्ट अनिल भंडारी
Leave a comment