इंदौर मध्यप्रदेश
बुरहानपुर। पूर्व कैबिनेट मंत्री अर्चना चिटनिस (दीदी) ने शुक्रवार को बुरहानपुर क्षेत्र में आए आंधी-तूफान से प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर किसानों से मुलाकात की तथा खेतों में जाकर क्षतिग्रस्त फसलों का निरीक्षण किया। ग्राम बंभाड़ा में आयोजित सार्वजनिक भंडारे में हुए नुकसान की जानकारी प्राप्त कर ग्रामीणें को ढांढस बंधाया। चिटनिस ने उच्चाधिकारियों से चर्चा कर आंधी-तूफान से प्रभावित क्षेत्रों के घरों एवं खेतों में फसलों का आंकलन करने की बात कही और किसानों को आश्वासन दिया कि नुकसान की भरपाई हेतु वह हर संभव मदद करेंगी। इस दौरान चिटनिस के साथ अनेक जनप्रतिनिधिगण, ग्रामीण व कृषकगण मौजूद रहे।
आज पूर्व मंत्री अर्चना चिटनिस ने ग्राम बंभाड़ा, चांदगड़ एवं ग्राम धामनगांव सहित अन्य ग्रामों में पहुंचकर किसानों से चर्चा की तथा घरों एवं खेतों में जाकर आंधी-तूफान एवं वर्षा से फसलों को हुए नुकसान का जायजा लिया। चिटनिस ने संबंधित अधिकारियों से चर्चा की तथा अधिकारियों को खेतों में जाकर आंधी-तूफान से हुए नुकसान का आंकलन करने की बात कही। उन्होंने कहा कि वे किसानों को हुए नुकसान की भरपाई के लिए सतत् प्रयास करेंगी और राहत दिलाएगी।
निरीक्षण के दौरान चिटनिस के साथ जनपद पंचायत अध्यक्ष प्रतिनिधि प्रदीप पाटिल, शाहपुर नगर परिषद के उपाध्यक्ष प्रतिनिधि गोपाल चौधरी, मनोज चौधरी, देवानंद पाटिल, अशोक पाटिल, शांताराम महाजन, मनोहर चौधरी, मनोज चौधरी, धनराज महाजन, दिनकर महाजन, आकाश राखांडे, ईश्वर महाजन, कन्हैया महाजन, अशोक महाजन, अशोक नावी, प्रमोद सागर, गोपाल बारी, किशोर महाजन, मनोहर महाजन, रविन्द्र चौधरी, श्रावण चौधरी एवं सुधाकर महाजन सहित अनेक जनप्रतिनिधि व कृषकगण उपस्थित रहे।
तत्काल दल गठित करने हेतु कलेक्टर से की चर्चा
पूर्व मंत्री अर्चना चिटनिस ने कलेक्टर बुरहानपुर से चर्चा कर प्राकृतिक आपदा से प्रभावित खरीफ फसल का सर्वे करने हेतु तत्काल दल गठित करने की बात कही। चिटनिस ने कहा कि ग्राम पंचायत क्षेत्र बंभाड़ा, चांदगढ़, धामनगांव इत्यादि में हवा, आंधी, तूफान एवं वर्षा से फसलों को बहुत नुकसान हुआ है। साथ ही घरों की छतें एवं टपरें क्षतिग्रस्त हो गए है। फसलें तो तेज हवा एवं तूफान के कारण आड़ी गिर गई है, जमीन पर सो गई है। श्रीमती चिटनिस ने कहा कि केवल पटवारी के माध्यम से हम सर्वे करेंगे तो काफी समय लग जाएगा। इसलिए प्राकृतिक आपदा से प्रभावित क्षेत्र का सर्वे करने के लिए दलों का गठन तत्काल किया जाना चाहिए, ताकि इन्हें आरबीसी 4 के अंतर्गत शीघ्रता-शीघ्र क्षतिपूर्ति मुआवजा प्राप्त हो सके।
रिपोर्ट संजय वर्मा
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