1 महीने के पाक रमजान मैं रोजे के लिए शनिवार पूरे दिन पुरुषों महिलाओं ने रमजान को लेकर बाजारों में दिनभर तैयारी की महिलाओं ने सहरी व इफ्तार के लिए फल फ्रूट बेसन तेल दाल चावल पापड़ रूह अफजा की तथा अन्य खाने के समान की खरीदारी की.
मुस्लिम समाज का रमजान का यह पाक महीना बड़ी इबादत का होता है रमजान में सुबह तड़के 3:00 बजे महिलाएं उठकर सेहरी( खाना )की तैयारी करती हैं सुबह 4:30 पुरुष व महिलाएं बैठकर सहरी करते हैं
फिर सुबह लगभग 5:15 पर फजर की नमाज अदा करते हैं.
फिर शाम 4:00 बजे पुरुष इफ्तार करने का सामान बाजार से ताजा फल फ्रूट सब्जी खरीद कर लाते हैं 5:00 बजे से महिलाएं घरों में इफ्तार की तैयारी करती हैं फिर महिलाएं पुरुष बच्चे एक साथ बैठकर 6:20 बजे रोजा खोलते है .
रमजान के पूरे महीने मुस्लिम समाज के पुरुष महिलाएं नौजवान व बच्चे रोजा रख कर अल्लाह की इबादत करते हैं और अपने गुनाहों की माफी मांगते हैं.
रमजान के पाक महीने में रोजेदारों की दुआओं को अल्लाह बहुत जल्दी कुबूल करता है.
शनिवार की शाम मगरिब की नमाज के बाद मुस्लिम समाज के पुरुष व महिलाओं ने अपनी छत पर जाकर रमजान के चंद्र दर्शन करके दुआ मांगी.
फिर 8:00 बजे के करीब ईशा की नमाज के बाद पुरुषों ने मस्जिदों में महिलाओं ने घरों में तरावी की नमाज पड़ी जो लगभग देर रात 11:00 तक पढ़ी गई .
करबला कमेटी के अध्यक्ष हिकमत उल्ला खान ने सभी रोजेदारों से यह अपील की है कि नमाज पढ़ने के बाद अपने शहर अपने मुल्क की तरक्की अमन चैन प्यार मोहब्बत भाईचारे के लिए
दुआ जरूर पढ़ें.
रिपोर्ट मनोज कुमार शर्मा फिरोजाबाद
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