चंदेरी
हक और सच्चाई की राह में अपना सब कुछ कुर्बान करने की सीख देने वाली ईद-उल-अज़हा न सिर्फ़ ह़ज़रत इब्राहीम व ह़ज़रत इस्माईल (अ.स.) की अज़ीम क़ुरबानी की यादगार है बल्कि मुसलमानों को जज़्बा-ए-क़ुरबानी अपने अंदर पैदा करने का सबक़ भी देती है..!! आज ईद उल अजहा शहर चंदेरी में भी बड़े प्यार से मनाई गई।अल सुबह से ही मस्जिदों में अलग-अलग समय पर ईद की नमाज अदा की गई। जामा मस्जिद में सबसे आखिर में सुबह साढ़े आठ बजे शाही पेश इमाम हाफिज शेख़ अब्दुल रशीद साहब ने अदा करवाई। मुल्क में अमन चैन के लिए दुआ मांगी गई। करीब एक हजार नमाजियों ने जामा मस्जिद में और अन्य मस्जिद ईदगाह, दरगाह हजरत मखदूम शाह विलायत, बाकरखानी, कुमकुम मस्जिद आदि डेढ़ दर्जन मस्जिदों में ईद की नमाज अदा की गई। प्रशासन ने चाक-चौबंद व्यवस्था की थी। प्रभारी तहसीलदार दिलीप दरोगा अपनी टीम के साथ पुलिस टीम के साथ मौजूद रहे। नमाज के बाद सभी ने आपस में गले मिलकर ईद की मुबारकबाद दी। इसके बाद घर घर कुर्बानी देने का सिलसिला शुरू हो गया जो शाम तक चलता रहा। जिसके वेस्टेज मेटेरियल के लिए नगरपालिका परिषद ने गड्ढे खुदवा कर उसमें वेस्टेज मेटेरियल दफ़न करने की अपील की। जिससे गंदगी न हो सकें।
पत्रकार सैयद आबिद हाशमी
Leave a comment