नारायणपुर,
18 फरवरी 2024 – जिले मे खिलौना आधारित ई जादुई पिटारा का 15 से 16 फरवरी तक दो दिवसीय प्रशिक्षण सह कार्यशाला का आयोजन किया गया, जिसमें जिले के कक्षा 1 से 5 तक अध्यापन कराने वाले प्राथमिक शाला के शिक्षको को एनसीएफ 2005 राष्ट्रीय पाठ्यचर्या कि रुपरेखा व राष्ट्रीय शिक्षा निति 2020 के अन्तर्गत बाल केंद्रित आधारित खेल – खेल में शिक्षा, टाँयपेडागाजी अन्तर्गत कठपुतली कला के माध्यम से बच्चों को मनोरंजक एवं रूचिपूर्ण तरीकें से शैक्षणिक कार्य को बेहतर बनाते हुये बच्चों में सर्वगणिक विकास पर कैसे जोर दिया जायें। इस प्रशिक्षण को प्रभावि बनाने हेतु राज्य स्तर से प्रशिक्षण प्राप्त कर आये स्त्रोत व्यक्तियों के द्वारा शैक्षणिक गतिविधियों को रोचक बनाते हुयें बच्चों में होने वाली सर्वांगीण विकास जिसमें शारीरिक शिक्षा, समाजिक भावनात्मक व नैतिक विकास आदि आधारभूत शिक्षा को मैदानी स्तर में कैसे लागू किया जा सके। इस पर स्त्रोत सदस्यों द्वारा कविता, चुटकुले, चित्र कार्ड , कठपुतली के बोल, जादुई पिटारा, आदि माध्यमों से इस प्रशिक्षण को प्रभावशाली बनाने का प्रयास किया जिसमे शिक्षकों ने भी बढचढ कर हिस्सा लेते हुये प्रत्येक सत्र मे पूर्ण सहभागिता दिया इस प्रशिक्षण मे जिले के समस्त प्राथमिक शालाओ से 01-01 शिक्षकों को आमंत्रित किया गया था जिसके फलस्वरूप जिले के प्रत्येक प्राथमिक शाला के शिक्षकों ने अपनी उपस्थिति दिया उक्त कार्यक्रम का संचालन राज्य कार्यालय के निर्देशन पर सहायक कार्यक्रम समन्वयक श्री उमेश रावत समग्र शिक्षा जिला नारायणपुर के नेतृत्व मे मास्टर ट्रेनर फूलचंद सिन्हा, हेमंत कुमार बम्बोडे, कैलाश प्रसाद यादव, योगेश साहु, निशा ऊइके, पविता बघेल, यशपाल साहु, छतर सिंह भोअयना,अजय कुमेटी एवं जिला pmu सदस्य रचना कारटे एवं डाटा एनालिसिस तेजश्वीनि निषाद के द्वारा सफल संचालन किया गया जिला स्तरीय प्रशिक्षण प्राप्त करने के पश्चात अब शिक्षक अपने अपने स्कूलों मे बच्चों के अध्यापन कार्य को प्रभावी बनाने हेतु खिलौना आधारित शिक्षण का भरपूर उपयोग करेंगे।
गणेश वैष्णव
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