वाराणसी
चोलापुर/जबरदस्ती प्रदेश के बेसिक शिक्षकों पर कर्मचारी आवरण एवं अनुशासन नियमावली के विरुद्ध जाकर मनमाने आदेश एवं भय दिखाकर शिक्षकों पर मनमानी थोपने को लेकर बीआरसी पर शिक्षकों ने एक जुटता दिखाते हुए बेसिक शिक्षा में प्रयोग के नाम पर प्रदेश के लाखों शिक्षकों को प्रताड़ित करने से परेशान शिक्षकों ने चोलापुर बीआरसी पर एक जुटता दिखाई और धरना प्रदर्शन किया।
शिक्षकों का कहना था बेसिक शिक्षा परिषद नियमावली के विरुद्ध जाकर मनमाने आदेश का भय दिखाकर जबरदस्ती दिखाई जा रही है। जबकि प्रदेश का बेसिक शिक्षक प्रदेश की संवैधानिक संस्था बेसिक शिक्षा परिषद उत्तर प्रदेश की नियमावली के अंतर्गत कार्य कर रहा है। कोई भी नियम बनाने परिवर्तन संशोधन करने अथवा लागू करने हेतु प्रस्ताव परिषद में लाकर एवं बैठक कर पारित किया जाना चाहिए लेकिन 5 वर्षों से बेसिक शिक्षा परिषद को अस्तित्वहीन कर दिया गया है। परिषद के सदस्यों के अधिकारों को छीन लिया गया है या अतिक्रमण कर दिया गया है यह बेसिक शिक्षा परिषद पिछले 5 वर्षों से अस्तित्वहीन कर दी गई है। यह किसी संवैधानिक संस्था के लिए शुभ संकेत नहीं है,किसी एक व्यक्ति की महत्वाकांक्षा की भेंट बेसिक शिक्षा परिषद को नहीं चढ़ाया जा सकता। विभाग द्वारा प्राथमिक विद्यालयों में टैबलेट दिए गए उनमें सिम और डेटा उपलब्ध नहीं कराया गया परंतु महानिदेशक महोदय जबरदस्ती प्रदेश के बेसिक शिक्षक से अपनी आईडी से निजी नाम से सिम और डेटा शिक्षक के पैसे से खरीदने का दबाव बना रहे हैं। जिससे प्रदेश का बेसिक शिक्षक सरकारी कार्य में अपना व्यक्तिगत विवरण देने हेतु बिल्कुल भी सहमत नहीं है।
10 नवंबर 2023 को पत्र जारी कर प्रदेश के सभी शिक्षकों को अपने निजी मोबाइल निजी सिम निजी नंबर निजी आईडी निजी डेटा से 8:45 से 9:00 बजे प्रातः के मध्य ऑनलाइन उपस्थिति में फेस के देने में निर्देश दिए गए हैं। इसके विरोध स्वरूप शिक्षकों ने बीआरसी चोलापुर से हुंकार भरी है। और मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश योगी आदित्यनाथ के नाम से ज्ञापन भी सौंपा।
प्रभुपाल चौहान
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