जांजगीर-चांपा 29 जनवरी 2025
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने छत्तीसगढ़ के जांजगीर-चांपा जिले के अकलतरा नगर पालिका के वार्ड नंबर 11 से गुपचुप (गोलगप्पे) बेचने वाली महिला संतोषी कैवर्त को पार्षद चुनाव के लिए प्रत्याशी बनाया है। बीजेपी के इस फैसले ने सभी को चौंका दिया है और अब यह चर्चा का विषय बन गया है।
संतोषी कैवर्त का जीवन संघर्षों से भरा रहा है। वे एक साधारण परिवार से आती हैं और अपनी जीविका चलाने के लिए गुपचुप का ठेला लगाती हैं। लोग उन्हें गुपचुप वाली दादी कहते हैं। बावजूद इसके, उन्होंने समाज में अपनी पहचान बनाई और वार्ड की जनता के साथ घनिष्ठ संबंध बनाए रखे। उनकी इसी लोकप्रियता और मेहनत को देखते हुए भाजपा ने उन्हें पार्षद चुनाव के लिए टिकट दिया है।
बीजेपी ने यह संदेश देने की कोशिश की है कि वो आम जनता को चुनाव में भागीदारी का मौक़ा देती है, ताकि उनको भी आगे बढ़ने का मौक़ा मिले । बीजेपी के इस फैसले को आम जनता और कमजोर तबकों की राजनीति में भागीदारी बढ़ाने की रणनीति के रूप में देखा जा रहा है। पार्टी ने संकेत दिया है कि राजनीति सिर्फ बड़े नेताओं और संपन्न वर्ग तक सीमित नहीं रहनी चाहिए, बल्कि आम जनता को भी नेतृत्व का मौका मिलना चाहिए।
संतोषी कैवर्त को वार्ड के लोगों का अच्छा समर्थन मिल रहा है। कई लोग मानते हैं कि वे एक ईमानदार और मेहनती महिला हैं, जिन्होंने हमेशा जरूरतमंदों की मदद की है। स्थानीय लोग उनके चुनाव लड़ने से खुश हैं और इसे आम जनता के सशक्तिकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम मानते हैं।
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि भाजपा का यह कदम स्थानीय स्तर पर जनता से जुड़ने और एक मजबूत जमीनी नेता को आगे लाने की रणनीति का हिस्सा है। इससे गरीब और मध्यमवर्गीय मतदाताओं में पार्टी की पकड़ मजबूत हो सकती है। हालांकि, विपक्षी दलों ने इसे चुनावी स्टंट करार दिया है। कुछ नेताओं का कहना है कि भाजपा केवल जनता को भावनात्मक रूप से लुभाने के लिए ऐसा कर रही है। वहीं, भाजपा नेताओं का कहना है कि पार्टी ने हमेशा गरीब, पिछड़े और मेहनतकश लोगों को राजनीति में आगे लाने का काम किया है।
संतोषी कैवर्त ने टिकट मिलने के बाद खुशी जाहिर करते हुए कहा,”मैं राजनीति में नई हूं, लेकिन लोगों की सेवा करने का जज्बा मेरे अंदर हमेशा से था। यदि जनता मुझे मौका देती है, तो मैं वार्ड के विकास के लिए पूरी मेहनत करूंगी।” उनके चुनाव प्रचार की शुरुआत जल्द ही होगी। भाजपा कार्यकर्ता उनके समर्थन में प्रचार करेंगे और जनता तक उनकी संघर्षमयी कहानी पहुंचाएंगे।यदि वे चुनाव जीतती हैं, तो यह छत्तीसगढ़ की राजनीति में एक बड़ी प्रेरणादायक घटना होगी। संतोषी कैवर्त का पार्षद चुनाव लड़ना यह दिखाता है कि भारतीय राजनीति में आम आदमी की भागीदारी बढ़ रही है। यह फैसला गरीब, मेहनतकश और ईमानदार लोगों को प्रेरित करने वाला है और यह भी साबित करता है कि अब राजनीति सिर्फ धनबल और बाहुबल तक सीमित नहीं है।
( राजीव खरे ब्यूरो चीफ छत्तीसगढ़)
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