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विकासखण्ड मझौली की उच्च जोखिम वाली गंभीर गर्भवती महिला का मेडिकल में हुआ सामान्य प्रसव.

मझौली/जबलपुर, मध्यप्रदेश

महिला एवं उसके परिजन अस्पताल जाने को नहीं थे राजी.
जिले के विकासखण्ड मझौली के अंतर्गत हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर तलाड के ग्राम नांदघाट की लक्ष्मी कुशवाहा पति सुरेंद्र कुशवाहा को चिकित्सकों और स्वास्थ्य विभाग के मैदानी अमले द्वारा बार-बार दी गई समझाइश आखिरकार काम आई और उसने मेडिकल कॉलेज में स्वस्थ्य बच्चे को सामान्य प्रसव से जन्म दिया।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय से प्राप्त जानकारी के अनुसार गर्भवती लक्ष्मी 13 अप्रैल को प्रथम जांच के लिए स्वास्थ्य केंद्र आई थी। इसके पहले उसका पहला बच्चा 4 वर्ष में खत्म हो गया था और दूसरे के समय अबॉर्शन हो गया था। प्रथम जाँच के समय उसका वजन 47 किग्रा, हीमोग्लोबिन 10 ग्राम तथा रक्तचाप 113/89 था । जबकि 26 जून को द्वितीय जांच में लक्ष्मी का हीमोग्लोबिन 9.8 ग्राम वजन 51किग्रा तथा रक्तचाप 121/74 मापा गया।
लक्ष्मी कुशवाहा जब 13 अगस्त को अपनी तीसरी जाँच कराने उप स्वास्थ्य केंद्र आयी तो उसके पूरे शरीर में सूजन थी एवं हीमोग्लोबिन 5.6 ग्राम तक गिर गया था। वह अति गंभीर एनीमिया से पीड़ित थी। उसे तुरंत सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मझौली भेजा गया। उसकी गंभीर स्थिति को देखते हुए चिकित्सकों ने उसे मेडिकल रेफर कर दिया, परंतु महिला व उसके परिजन साफ मना कर वहाँ से अपने घर चले गए। इसकी सूचना प्राप्त होते ही मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ संजय मिश्रा के निर्देश एवं जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ विनीता उप्पल की निगरानी में सीबीएमओ डॉ दीपक गायकवाड ने सीएचओ अंशु रघुवंशी और आशा कार्यकर्ता सुषमा विश्वकर्मा को उसके घर भेजा और उसे 19 सितंबर को हाई रिस्क क्लीनिक मझौली लेकर आये। जहां पर स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ दीपमाला तोतड़े ने महिला के शरीर में सूजन एवं हीमोग्लोबिन कम देखते हुए उसे तुरंत मेडिकल रेफर कर दिया।
लेकिन इस बार भी महिला व उसके परिजन उसे मेडिकल ले जाने को तैयार नहीं हुये । बार-बार समझाने पर आखिरकार महिला 20 सितंबर को मेडिकल जाने के लिए तैयार हुई, मेडिकल में उसे 4 यूनिट खून चढ़ाया गया। महिला को 21 सितंबर को सामान्य प्रसव द्वारा स्वस्थ बच्चा हुआ। दोनों अभी मेडिकल कॉलेज में हैं और स्वस्थ हैं।
महिला को प्रसव हेतु मेडिकल कॉलेज भेजने के सफल प्रयासों में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ संजय मिश्रा एवं जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ विनीता उप्पल का महत्वपूर्ण मार्गदर्शन, वरिष्ठ स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ दीपमाला तोतड़े, सीबीएमओ डॉ दीपक गायकवाड़, डॉ पारस ठाकुर, डॉ शिवानी, डॉ नीता मिश्रा, सीएचओ अंशु रघुवंशी और आशा कार्यकर्ता सुषमा विश्वकर्मा का अथक परिश्रम एवं विशेष सहयोग रहा।

रिपोर्ट – दीपक कुमार साहू

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