जावरा मध्य प्रदेश
जावरा (राजकुमार हरण) शांतादेवी के निधन पर चंडालिया परिवार ने मृतक के नेत्रदान कर समाज के लिए एक अनुकरणीय कार्य किया है। इनके इस दान से 2 लोगों की जिंदगी रोशन होगी।
परिवार ने स्व शांतादेवी चंडालिया ।
पति रमेशचंद्र चंडालिया (73) के मरणोपरांत उनके नेत्रदान किए। यानी शांतादेवी की आंखों से अब दो लोगों की जिंदगी रोशन होगी।
जागरूकता में कमी के कारण कोई आगे नहीं आता। किंतु सोमवारिया जावरा निवासी शांतादेवी चंडालिया का सोमवार प्रातः निधन हो गया। इसके बाद गीताभवन न्यास समिति बड़नगर व भारत विकास परिषद ने उनके परिवार से नेत्रदान के लिए प्रेरित किया और सहमति प्राप्त होने पर बड़नगर के डॉ. जी.एल. ददरवाल ने जावरा पहुंचकर नेत्र प्राप्त किये। शांताबाई के तीन पुत्र सुनील, सुदीप व संदीप चंडालिया हैं जो पेशे से व्यापारी हैं। परिजन ने बताया एक तरफ जहां माता के निधन से परिवार में शोक है। वहीं परिजन उनके इस महादान को लेकर गर्व महसूस कर रहे हैं। भाविप नेत्रदान प्रकल्प टीम के नीलेश मेहता, रवि खारीवाल, पप्पूसिंह राठौर ने बताया की रमेशजी चंडालिया ने अपनी पत्नी के मरणोपरांत नेत्रदान किया है। संस्था ने गीताभवन न्यास समिति व भाविप की तरफ से परिवार को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मान किया। डॉ. ददरवाल ने बताया शांतादेवी का कॉर्निया अच्छा पाया गया है। जिसे इंदौर के आई बैंक में भिजवा दिया है। रिपोर्ट अनिल भंडारी
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