छत्तीसगढ़
दुर्ग
उड़ीसा और छत्तीसगढ़ के बीच चल रहे महानदी जल बटवारे के विवाद के प्रकरण में अभिकरण के अध्यक्ष और सदस्यों की टीम दुर्ग पहुंची। इस टीम ने धमधा विकास खंड की टेमरी लघु सिंचाई परियोजना का निरीक्षण किया। इस दौरान जल संसाधन विभाग छत्तीसगढ़ और उड़ीसा के अधिकारी भी मौजूद थे।
छत्तीसगढ़ ओडिशा के बीच महानदी के जल को लेकर लंबे समय से विवाद चल रहा है. दोनों ही राज्यों की अर्थव्यवस्था और पारिस्थितिकी तंत्र के लिए यह विवाद बेहद संवेदनशील है. यही वजह है कि जल बंटवारे का यह विवाद सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया है. महानदी जल बटवारे विवाद के निराकरण के लिए न्यायालय के निर्देश पर महानदी जल विवाद अभिकरण का गठन किया गया था। यह प्रकरण न्यायालय में प्रक्रियाधीन है। इस अभिकरण के अध्यक्ष जस्टिस एएम खानविलकर और सदस्य जस्टिस रवि रंजन, जस्टिस इन्द्रमीत कौर और जस्टिस एके पाठक शुक्रवार 21 अप्रैल को दुर्ग जिले के धमधा विखं के टेमरी गांव में टेमरी लघु सिंचाई परियोजना का निरीक्षण करने आए थे। इस दौरान निरीक्षण में छत्तीसगढ़ और उड़ीसा के जल संसाधन विभाग के अधिकारी भी मौजूद थे। इस मौक़े पर उन्होंने जल संसाधन विभाग छत्तीसगढ़ के अधिकारियों से इस परियोजना के विषय में पूरी जानकारी ली।
( राजीव खरे स्टेट ब्यूरो चीफ़ छत्तीसगढ़)
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