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मंडला जनप्रतिनिधियों को शासकीय कर्मचारियों से जान का खतरा



पिछले माह मंडला जिले के बीजाडांडी ब्लॉक मुख्यालय में मुख्यमंत्री कन्या विवाह के दौरान घटिया सामिग्री वितरण को लेकर जनप्रतिनिधियों व शासन के बीच उपजा विवाद थमने का नाम नही ले रहा है। दर्शल 28.02.2023 को बीजाडांडी ब्लॉक मुख्यालय में कन्या विवाह समारोह में जिला पंचायत सदस्य, जनपद अध्यक्ष, उपाध्यक्ष एवं सदस्यों द्वारा विरोध प्रदर्शन करते हुए वर वधु को सामाग्री वितरण नही करने दी थी। जिसके चलते जिला कलेक्टर ने विरोध प्रदर्शन करने वाले जनप्रतिनिधियों को नोटिस देते हुए कार्यालय तलब किया था। इसी मुद्दे को लेकर जनपद पंचायत बीजाडांडी के जनपद अध्यक्ष व सदस्यों ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर शासन प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाते हुए अहम खुलासे किए हैं।
कार्यालय जनपद पंचायत बीजाडांडी जिला मण्डला (म.प्र.)

शिकायत की गई है, जिससे जिला मजिस्ट्रेट के यहाँ से हमकों बे बुनियाद नोटिस जारी किए जा रहें है। साथ ही ब्लॉक शिक्षा अधिकारी व परियोजना अधिकारी द्वारा हम आदिवासी जनप्रतिनिधियों को जाती सूचक शब्दो का इस्तेमाल करतें हुए धमकी दी जारही है जिससे हम आदिवासी जनप्रतिनिधियों को जान का खतरा सताने लगा है। हमने भी सुरक्षा की दृष्टि से हरिजन कल्याण थाने में शिकायत की है साथ ही स्थानीय थाने में एक आवेदन देकर अपनी जान माल की शुरक्षा की मांग की है। हम मीडिया के माध्यम से प्रदेश के मुख्यमंत्री को बताना चाहतें है कि किस तरह यहाँ के अधिकारियों द्वारा आदिवासी जनप्रतिनिधियों को प्रताड़ित कर लगातार धमकी दी जारही है।

अध्यक्ष व सदस्यों ने किए खुलासे

जनपद पंचायत बीजाडांडी की अध्यक्ष करिश्मा पुट्टा, जनपद सदस्य राजेंद्र पुट्टा एवं रवि नररेती ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि हम लोगो को शासकीय कर्मचारियों द्वारा लगातार परेशान किया जा रहा है इनके द्वारा हमारे ऊपर बे बुनियाद दबाव बनाते हुए झूठी शिकायते की जारही है जिससे हमें मानसिक प्रताड़ना का शिकार होना पड़ रहा है। साथ ही कहा ब्लॉक शिक्षा अधिकारी, बीआरसी एवं महिला बाल विकास विभाग द्वारा जिला कलेक्टर को झूठी
जनप्रतिनिधियों व अधिकारियों के विवाद से रुका क्षेत्र का विकास
वही क्षेत्रीय समाजसेवियों का कहना है जनपद पंचायत बीजाडांडी में सरकार बने कई माह हो चुके है लेकिन आपसी खींचतान और जनप्रतिनिधियों व कर्मचारियों के विवाद में क्षेत्र का विकास अवरुद्ध हो रहा है। अगर दोनों ही पक्ष इसी तरह अपने अपने में अड़े रहे तो यह मुद्दा और भयानक रूप ले सक्ता है। इस लिए उक्त मामले में बड़े नेताओं व अधिकारियों को दखल देकर मामले को शांत करना चाहिए।
रिपोर्टर फिरदौस खान

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