विधायक और जनपद अध्यक्ष की कार्यशैली से असंतुष्ट कार्यकर्ताओं ने दिखाई नाराज़गी
शहपुरा (डिंडौरी)।
भारतीय जनता पार्टी को शहपुरा जनपद पंचायत क्षेत्र से एक बड़ा राजनीतिक झटका लगा है। पार्टी के वरिष्ठ नेता और जनपद पंचायत उपाध्यक्ष जितेन्द्र चंदेल सहित छह जनपद सदस्यों ने भाजपा की प्राथमिक सदस्यता से सामूहिक त्यागपत्र दे दिया है। सभी ने अपना इस्तीफ़ा प्रदेश अध्यक्ष को भेजते हुए संगठन की वर्तमान परिस्थितियों पर गंभीर असंतोष जताया है।
त्यागपत्र में जितेन्द्र चंदेल, टेकेश्वर साहू, देवीदीन झारिया, श्रीमती सरोज परस्ते, देवकरण परस्ते, और श्रीमती मोतीबाई तेकाम के हस्ताक्षर हैं। इन सभी ने संगठन में वर्षों से सक्रिय रहते हुए भाजपा की नीतियों के अनुरूप कार्य किया था, लेकिन अब पार्टी नेतृत्व की कार्यशैली से निराश होकर पद और सदस्यता दोनों से इस्तीफा दे दिया।
त्यागपत्र में लिखा गया है कि —
> “क्षेत्रीय विधायक ओमप्रकाश धुर्वे और जनपद पंचायत अध्यक्ष प्रियंका आर्मो की आपसी सांठगांठ और निजी स्वार्थ की राजनीति के कारण निष्ठावान कार्यकर्ताओं की निरंतर उपेक्षा की जा रही है। जनपद अध्यक्ष की मनमानी से संगठन की छवि धूमिल हुई है और पार्टी समर्थित सदस्य असंतुष्ट हैं।”
नेताओं ने कहा कि स्थिति इतनी विकट हो चुकी है कि भाजपा समर्थित सदस्यों को अविश्वास प्रस्ताव तक लाना पड़ा। साथ ही उन्होंने आरोप लगाया कि जनपद अध्यक्ष प्रियंका आर्मो भाजपा की मूल सदस्य न होते हुए भी अध्यक्ष बनने के बाद संगठन की मूल भावना के विपरीत कार्य कर रही हैं।
त्यागपत्र में यह भी उल्लेख किया गया कि विधायक और जनपद अध्यक्ष के हस्तक्षेप के कारण निष्ठावान कार्यकर्ताओं की अनदेखी लगातार बढ़ रही है, जिससे संगठन का मनोबल टूट रहा है।
अंत में सभी नेताओं ने कहा —
> “हमने यह निर्णय पूर्णतः स्वेच्छा और विचारपूर्वक लिया है। यह कदम पार्टी की मौजूदा परिस्थितियों को देखते हुए आवश्यक हो गया था।”
त्यागपत्र की प्रतिलिपि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राष्ट्रीय अध्यक्ष जे.पी. नड्डा, प्रदेश प्रभारी एवं संगठन महामंत्री को भी भेजी गई है।
राजनीतिक गलियारों में इस सामूहिक त्यागपत्र को शहपुरा जनपद की राजनीति में भाजपा के अंदर बढ़ते असंतोष का संकेत माना जा रहा है। आने वाले समय में इसका असर स्थानीय संगठनात्मक समीकरणों पर साफ तौर पर देखा जा सकता है।






