बिलासपुर-मस्तूरी
जनपद पंचायत कार्यालय में सोमवार शाम उस समय अफरा-तफरी मच गई, जब तीन नकाबपोश बदमाशों ने जनपद उपाध्यक्ष के कक्ष में घुसकर अंधाधुंध फायरिंग कर दी। अचानक हुई गोलीबारी से पूरा कार्यालय दहशत में आ गया, और कर्मचारी अपनी जान बचाकर इधर-उधर भागने लगे।
यह घटना शाम 5 से 6 बजे के बीच की बताई जा रही है। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, हमलावरों ने लगभग 10 से 12 राउंड फायरिंग की, जिससे पूरा मस्तूरी क्षेत्र थर्रा उठा।
फायरिंग की इस घटना में किरारी निवासी राजू सिंह और चंद्रकांत गंभीर रूप से घायल हो गए। दोनों को तत्काल प्राथमिक उपचार के बाद अपोलो अस्पताल बिलासपुर रेफर किया गया है, जहाँ उनकी स्थिति नाजुक बताई जा रही है। डॉक्टरों की टीम लगातार उनकी हालत पर नजर बनाए हुए है।
घटना के समय जनपद उपाध्यक्ष नितेश सिंह अपने कक्ष में मौजूद थे। जैसे ही फायरिंग शुरू हुई, कार्यालय में भगदड़ मच गई। कई कर्मचारियों ने किसी तरह खिड़कियों और पिछली ओर से भागकर अपनी जान बचाई। गोलीबारी के बाद हमलावर मौके से फरार हो गए।
घटना की सूचना मिलते ही मस्तूरी थाना प्रभारी हरीश ताडेकर पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। पुलिस ने पूरे क्षेत्र की घेराबंदी (नाकेबंदी) कर दी और घटनास्थल से कई गोलियों के खोखे बरामद किए।
पुलिस ने आसपास के सभी मार्गों पर स्पेशल टीमों को तैनात कर दिया है और सीसीटीवी फुटेज खंगालने का काम जारी है।
“घटना में शामिल हमलावरों की पहचान की जा रही है। सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं। बहुत जल्द अपराधियों को गिरफ्तार किया जाएगा।”
पुलिस प्रारंभिक जांच में इसे सुपारी किलिंग या पुरानी रंजिश से जुड़ा मामला मान रही है।
हालांकि, सभी संभावित पहलुओं पर जांच की जा रही है।
घटना के बाद मस्तूरी क्षेत्र में भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। ग्रामीणों में भय और आक्रोश का माहौल है। पुलिस लगातार गश्त कर रही है और संदिग्धों की गतिविधियों पर कड़ी नजर रखी जा रही है।
फिलहाल गोलीकांड से मस्तूरी और आसपास का इलाका तनाव और भय के साए में है। प्रशासन अलर्ट मोड पर है, और जिले के वरिष्ठ अधिकारी लगातार स्थिति की समीक्षा कर रहे हैं।
जिला ब्यूरो – शंकर अधीजा
क्राइम ब्यूरो- राजा जंक्यानी






