छिंदवाड़ा। डीजी मुद्रा और माय विक्ट्री क्लब कंपनी में निवेश करने वाले निवेशकों की शिकायतें लगातार सामने आ रही हैं। सबसे पहले शिकायतकर्ता जितेंद्र उर्फ संजय ठाकुर ने 11 जून 2025 को एसपी कार्यालय में शिकायत दर्ज कराई थी। इसके बाद 18 सितंबर 2025 को दोबारा शिकायत की गई।
इस बीच एक और घटना ने मामले को गंभीर बना दिया। पीड़ित जितेंद्र ठाकुर ने बताया कि उन्हें प्रदीप शर्मा नामक व्यक्ति ने फोन कर धमकी दी कि “मुझे 60 लाख रुपए दो, वरना तुम्हारे साथ गलत होगा।” यही प्रदीप शर्मा वर्तमान में हत्या के मामले में आजीवन कारावास की सजा काट रहा है और हाल ही में सुप्रीम कोर्ट से पैरोल पर बाहर आया है। जितेंद्र ठाकुर ने इस धमकी की शिकायत 24 सितंबर 2025 को एसपी कार्यालय में दर्ज कराई है।
कंपनी की ठगी का पूरा खेल जयपुर स्थित माय विक्ट्री क्लब प्राइवेट लिमिटेड (CINU 74999RJZ023PTC085956) के डायरेक्टर रवि जैन, प्रकाश चंद्र जैन और रामस्वरूप कविया पर आरोप है कि उन्होंने विभिन्न शहरों में निवेशकों को सेमिनार और मीटिंग के जरिए करोड़ों रुपए का निवेश कराया।कंपनी का ऑफिस जयपुर के टिल मोल की तीसरी मंजिल पर खोला गया।निवेशकों को बताया गया कि ₹10,000 से ₹99,999 तक के प्लान पर दोगुना रिटर्न, ₹1 लाख से ₹9.99 लाख पर तीन गुना रिटर्न और ₹10 लाख से ऊपर की राशि पर चार गुना रिटर्न मिलेगा।रजिस्ट्रेशन फीस ₹3,540 रखी गई थी।निवेशकों को समझाया गया कि कंपनी भारत सरकार से मान्यता प्राप्त है और पैसा बैंकिंग सिस्टम से ही लिया और दिया जाएगा।निवेशकों ने मकान-जमीन बेचकर, जेवर गिरवी रखकर और बैंक लोन लेकर करोड़ों रुपए AU Small Finance Bank के खाते (2121240436920552) में जमा किए।
डिजिटल कॉइन का झांसा कंपनी ने निवेशकों को बाद में “सीटो कॉइन” नामक डिजिटल करेंसी के सपने दिखाए। दावा किया गया कि इसकी कीमत ₹90 है और भविष्य में यह बिटकॉइन की तरह लाखों रुपए तक जाएगी। निवेशकों को दिल्ली में आयोजित सेमिनार में भी बुलाया गया।ऑफिस बंद, डायरेक्टर फरार2023 में जब निवेशकों ने पैसा वापस मांगना शुरू किया तो कंपनी का जयपुर ऑफिस बंद मिला। प्रकाश चंद जैन को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया, लेकिन रवि जैन दुबई भाग गया। वहीं से वह ज़ूम मीटिंग के जरिए निवेशकों को झांसा देता रहा कि “आपका पैसा सुरक्षित है।”हजारों परिवार सड़क परइस ठगी में हजारों परिवार आर्थिक और मानसिक संकट से जूझ रहे हैं। मकान-जमीन बेचने वाले लोग अब कर्ज के बोझ तले दब गए हैं। पीड़ितों ने पुलिस अधीक्षक छिंदवाड़ा और STF भोपाल से सख्त कार्रवाई की मांग की है ताकि ठगों से निवेशकों की खून-पसीने की कमाई वापस दिलाई जा सके। अमित मिश्रा _ब्यूरो छिंदवाड़ा