डबल मर्डर: एकसाथ उठी मां-बेटे की अर्थी, नगर में पसरा मातम, हर आंख में आए आंसू
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पन्ना -जिले के अजयगढ़ क़स्बा में अज्ञात दरिंदों द्वारा बड़ी ही बेरहमी से क़त्ल किए गए मां-बेटे के शवों का अंतिम संस्कार गुरुवार को पुलिस बल की मौजूदगी में हुआ। सुबह जब मां-बेटे की एक साथ अर्थी उठी तो वहां मौजूद महिलाएं अज्ञात हत्यारों को कोसते हुए छाती पीट-पीटकर रोने लगीं। मां-बेटे के शवों को देख लोगों की आंखें छलक उठीं और नगर में मातम पसर गया। पंजाब से लौटे रामनारायण कुशवाहा ने बेहद ही ग़मगीम माहौल में पत्नी सोनू के शव को मुखाग्नि दी और उसकी चिता के बगल में अपने छह वर्षीय बेटे देवेन्द्र को दफना दिया। शव यात्रा में बड़ी संख्या में लोग शामिल रहे। इधर, असहनीय वारदात के 24 घंटे बाद भी पुलिस कातिलों को गिरफ्तार करना तो दूर उनका सुराग भी नहीं लगा सकी। दोहरे अंधेक़त्ल की दिल दहला देने वाली वारदात के बाद से ही लोगों में स्थानीय पुलिस के प्रति जबरदस्त गुस्सा व्याप्त है। तीव्र जनाक्रोश को देखते हुए पुलिस पर जल्द से जल्द मामले का खुलासा करने का भारी दवाब है। पुलिस द्वारा कुछ संदेहियों को हिरासत में लेकर पूछतांछ की जा रही है।
बुधवार 17 सितम्बर की सुबह अजयगढ़ क़स्बा के वार्ड क्रमांक 13 में दो मासूम बच्चों के साथ रहने वाली महिला सोनू कुशवाहा 25 वर्ष और उसके बड़े बेटे देवेन्द्र कुशवाहा के संदिग्ध परिस्थितियों में मृत अवस्था में मिलने से सनसनी फ़ैल गई थी। थोड़ी देर बाद पुलिस की तहक़ीत और परिजनों से पता चला कि अज्ञात आरोपियों द्वारा 16-17 की दरम्यानी रात मां-बेटे की निर्ममतापूर्वक हत्या की गई है। अज्ञात आरोपियों ने दरिंदगी की हदें पार करते हुए सोनू और उसके पुत्र को गला दबाकर मौत के घाट उतारा। दोनों की चींख-पुकार कोई सुनने न पाए इसलिए उनके मुंह में कपड़ा ठूंस दिया था। सुबह परिजन एवं पुलिस जब सोनू के कमरे में पहुंचे तो वहां मृत पड़े मां-बेटे के मुंह में कपड़ा ठुंसा हुआ मिला। अज्ञात हत्यारोपियों द्वारा महिला को अपनी हवश का शिकार बनाते हुए उसके साथ जबरन दुष्कर्म करने की आशंका भी जताई जा रही है। हालांकि अभी तक इसकी आधिकारिक तौर पर पुष्टि नहीं हो सकी।
सोनू का छोटा बेटा (उम्र डेढ़ वर्ष) जीवित मिला है। माना जा रहा है कि अज्ञात दरिंदों को शायद यह डर था कि सोनू का बड़ा बेटा देवेन्द्र उनकी पहचान उजागर कर सकता है इसलिए मां के साथ उसे भी बेरहमी से मार डाला। महिला का पति रामनारायण कुशवाहा मजदूरी करने पंजाब गया था। सोनू अपने ससुराल में एक छोटे से कमरे में अलग रहती थी। अपने और बच्चों के भरण-पोषण के लिए वह उसी कमरे में छोटी सी किराना दुकान चलाती थी। पुलिस की अब तक की जांच में मां-बेटे की जघन्य हत्या के कारणों का पता नहीं चल सका
अजयगढ़ क़स्बा में मां-बेटे के अंधे कत्ल की खौफनाक वारदात की खबर आते ही पूरे बुधवार सुबह पूरा नगर दहल उठा। सुरक्षित माने-जाने वाले क़स्बा क्षेत्र में दिल दहला देने वाली खौफनाक वारदात सामने आने से लोगों में स्थानीय पुलिस के निकम्मेपन को लेकर गुस्सा स्वाभाविक था। कुछ देर बाद जब यह खबर फैली कि कथित तौर पर अज्ञात कातिलों द्वारा महिला के साथ दरिंदगी (दुष्कर्म) किया गया तो लोगों का गुस्सा देखते ही देखते आक्रोश में तब्दील हो गया। फलस्वरूप असहनीय घटना के विरोधस्वरूप सैंकड़ों की संख्या में लोग सड़कों पर उतर आए और अजयगढ़ के माधौगंज में चक्काजाम कर दिया था। प्रदर्शनकारियों द्वारा पन्ना विधायक बृजेन्द्र प्रताप सिंह के सामने प्रदेश की भाजपा सरकार, स्थानीय पुलिस और अजयगढ़ थाना टीआई की मुर्दाबाद के नारे लगाए थे। आधा घंटे बाद चक्काजाम समाप्त होने पर कटनी-कानपुर मार्ग पर वाहनों आवागमन बहाल हो पाया था। बता दें कि, दोहरे अंधे हत्याकांड की जानकारी मिलने पर बुधवार को पन्ना की नवागत एसपी निवेदिता नायडू, डीआईजी छतरपुर रेंज विजय खत्री एवं पुलिस महानिरीक्षक सागर हिमानी खन्ना ने घटनास्थल का मुआयना कर जल्द से जल्द मामले का खुलासा करने की बात कही थी।
( अजयगढ़ से अमन कुमार की रिपोर्ट )