दुर्ग
छत्तीसगढ़ पुलिस के अभिनव पहल से दुर्ग एसपी रामगोपाल गर्ग ने दो बच्चों को बाल आरक्षक पद पर अनुकंपा नियुक्ति पत्र प्रदान किया, सात साल की अंजनी भट्ट और पांच साल की विवान भास्कर के बच्चे को आरक्षक के रूप में नियुक्ति मिली है। खेलने की उम्र में अब ये मासूम बच्चा पुलिस विभाग में बाल कॉन्स्टेबल कहलाएगा। दोनों बच्चे 18 उम्र पार करने के बाद वह अपने पिता के स्थान पर नौकरी करने लगेगी। यह छत्तीसगढ़ पुलिस के दो सबसे नन्हे कॉन्स्टेबल बन गये है। खास बात यह रही कि नियुक्ति पत्र देते समय जब एसएसपी ने बाल कॉन्स्टेबल से पूछा की पुलिस की नौकरी करोगे तो बालक ने हां कहा और दोनों हाथ जोड़कर नमस्ते किया। इस दौरान मां की आंखों में आंसू भी छलक आए।दरअसल एसएसपी रामगोपाल गर्ग ने आज 5 साल की विवान भास्कर से पहले बहुत ही आत्मीयता के साथ बात की। उसके बाद नियुक्ति आदेश पत्र सौपा। एसएसपी रामगोपाल गर्ग ने बताया कि विवान को बाल आरक्षक के रुप में भर्ती की गई है। बच्ची के पिता की असामयिक निधन के बाद उसे अनुकंपा नियुक्ति दी गई है। मां के साथ एसएसपी कार्यालय में पहुंची बच्ची को दुलार करते हुए उसे बताया कि अब आप भी पुलिस बन गई हो। परिवार को किसी भी प्रकार की आवश्यकता में दुर्ग पुलिस द्वारा सहयोग प्रदान करने का आश्वासन दिया। दिवंगत आरक्षक राजकुमार भास्कर के आकस्मिक निधन पर परिवार के सदस्यों से मिलकर सांत्वना दी। एसएसपी की आत्मीय व्यवहार व अनुकंपा नियुक्ति की प्रक्रिया पूर्ण कराने के लिए परिजनों ने आभार जताया। आपको बता दे की दुर्ग एसएसपी रामगोपाल गर्ग ने कल ही 7 साल की बच्ची अंजनी भट्ट को बल आरक्षक के रूप में अनुकंपा नियुक्ति प्रदान किया था,वही एसएसपी रामगोपाल गर्ग ने बताया कि हमारे पुलिस विभाग में कोई भी पुलिस कर्मी आकस्मिक में निधन हो जाती है, तो उन्हें अनुकंपा नियुक्ति देने का प्रावधान है,इसी के चलते 18 वर्ष से कम के बच्चे हैं, उन्हें बाल आरक्षक के पद पर भर्ती दी जाती है, अंजलि भट्ट उनकी उम्र 7 वर्ष और विवान भास्कर उम्र 5 वर्ष हैं दोनों को बल आरक्षक के रूप में अनुकंपा नियुक्ति प्रदान की गई है।
रिपोर्ट- मयंक श्रीवास्तव
SSP सर रामगोपाल गर्ग
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