सरल जैसा जीवन जीना हर किसी के बस की बात नही:एच पी जैन
शिवपुरी:मध्यप्रदेश संस्कृति विभाग से संबद्घ साहित्य अकादमी द्वारा मूर्धन्य साहित्यकार श्रीकृष्ण सरल के जीवन आधारित क्रांतिधर्मा नामक आयोजन स्थानीय दुर्गा मठ में आयोजित किया,जिसके प्रथम सत्र में श्री कृष्ण सरल पर आधारित व्याख्यान व द्वितीय सत्र में काव्य गोष्ठी आयोजित की गई,राष्ट्र के महानायक का इस तरह स्मरण किया गया।
व्याख्यान में बोलते हुए करेरा और कोलारस महाविद्यालय के पूर्व प्राचार्य लखनलाल खरे ने कहा कि जिस व्यक्ति ने अज्ञात क्रांतिकारियों के जीवन से जनमानस को अवगत कराया,जिसने भारतीय स्वाधीनता संग्राम को बेहतर तरीके से प्रस्तुत किया,भगतसिंह और आजाद जैसे क्रांतिवीरों के समग्र जीवन को अपने काव्यखंडो के माध्यम से प्रस्तुत किया वह सरल भारतीय साहित्य की अनुपम धरोहर थे।
शिवपुरी के नेत्र चिकित्सक वरिष्ठ साहित्यकार डॉ एच पी जैन ने श्री कृष्ण सरल के जीवन चरित्र पर प्रकाश डालते हुए कहा कि क्या अद्भुत व्यक्ति थे सरल,जिन्होंने अमर बलिदानियों के जीवन को साहित्य के माध्यम से प्रस्तुत करने के लिए अपनी धर्मपत्नी के सारे गहने बेच दिए,क्या जुनूनी व्यक्ति थे,राष्ट्र प्रेम के लिए जीवन अर्पित करने वाले सरल जैसा जीवन व्यतीत करना हर किसी के बस की बात नही।जैन ने कहा कि में उन शोभाग्यशाली लोगो मे से हु जिन्हें सरल का सानिध्य प्राप्त हुआ,मेरे पिताजी और चाचा जी दोनो कवि रहे है उनके माध्यम से मुझे उनकी चरण रज माथे पर लगाने का अवसर प्राप्त हुआ।
वरिष्ठ साहित्यकार शिवपुरी के जाने गजलकार महेंद्र अग्रवाल ने कहा कि युवाओं को न सिर्फ श्रीकृष्ण सरल का जीवन पढ़ना चाहिए बल्कि उनके जीवन से प्रेरणा भी लेना चाहिए।हम साहित्य अकादमी मध्यप्रदेश के और निदेशक विकास दवे के आभारी है जिनकी वजह से ऐसे महापुरुषों को स्मरण करने निम्मित आयोजन पूरे प्रदेश में हो रहे है,और युवा इन महापुरुषों के जीवन चरित्र को सुन व समझ पा रहे है।
कार्यक्रम संयोजक आशुतोष शर्मा ने श्रीकृष्ण सरल के पुत्र धर्मेंद्र सरल शर्मा भोपाल का इस अवसर पर भेजा गया संदेश का वाचन किया।
शिवपुरी के वरिष्ठ साहित्यकार पुरुषोत्तम गौतम व प्रमोद भार्गव का मंचासीन अतिथियों के साथ साहित्य अकादमी भोपाल से आये के के शर्मा और राकेश सिंह,राजेश गोयल,हरज्ञान प्रजापति,राजेन्द्र जैन ने शॉल श्रीफल व माल्यार्पण के साथ अभिनंदन किया।
पहले सत्र का संचालन अखिल भारतीय साहित्य परिषद के जिलाध्यक्ष प्रदीप अवस्थी ने किया।
दूसरे सत्र में काव्य गोष्ठी का आयोजन किया गया जिसमें सरस्वती वंदना ज्योति मजेजी ने प्रस्तुत की।
जयपाल जाट,विकास शुक्ल प्रचंड,आशीष पटेरिया,सुकून शिवपुरी,अवधेश सक्सेना,आदित्य शिवपुरी,अंजली गुप्ता,शुभाष पाठक जिया करेरा,प्रदीप अवस्थी और आशुतोष शर्मा ने काव्य पाठ किया,इस सत्र का संचालन विकास शुक्ल प्रचंड ने किया।
अंत मे आभार प्रदर्शन आशुतोष शर्मा ने व्यक्त किया।
रिपोर्ट ध्रुव शर्मा शिवपुरी
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