पत्रकार के विरोध करने पर जान से मारने की दी धमकी
इस पूरे मामले में जिला प्रशासन मोहन बना हुआ है और सत्ता के अभाव में कार्यवाही करने से डर रहे हैं आला अधिकारी
झांसी उत्तर प्रदेश थाना एरच अंतर्गत एक पत्रकार की जमीन पर सत्ताधारी दल के नेताओं द्वारा अवैध कब्जा किया जा रहा है एवं, उसे जान से मारने की धमकी भी दी गई है। यह मामला गरौठा तहसील के एरच थाना क्षेत्र अंतर्गत का है। कस्बे में रहने वाले पत्रकार धर्मेंद्र कुमार खरे ने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को शिकायती प्रार्थना पत्र देते हुए अवगत कराया कि उनकी तथा उनके भाई की शामिल खाते की जमीन रामगंज में नरसिंह तालाब के पास से लगी हुई है। उनके भाई ने भूमि का बैनामा उमेश कुमार को कर दिया। इस संबंध में झांसी कमिश्नरी में मामला विचाराधीन है। गत दिवस कस्बे के ही कुछ दबंग उनकी जमीन पर पहुंचे और खुद ही जमीन की नाप कर उस पर खेती करने लगे। जब उन्होंने विरोध किया तो उन्होंने उन्हें जान से मारने की धमकी दी। धर्मेंद्र खरे के अनुसार जब वह कल रात झांसी से कार से वापस लौट रहे थे, तभी रास्ते में एक नीले रंग की कार में सवार विपक्षियों ने कार को रोक लिया तथा यह कहते हुए जान से मारने की धमकी दी कि अभी तो जमीन पर कब्जा किया है। अबकी बार जान से हाथ धो बैठोगे। प्रार्थना पत्र में उन्होंने आरोपियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई किए जाने तथा जानमाल की सुरक्षा किए जाने की मांग की है। अब सवाल यह उठता है कि जहां बीजेपी सरकार पत्रकारों की हक की बात करती है वही उनके छुटपुटिया नेता पत्रकारों की जमीनों पर कब्जा करने से भी नहीं चूक रहे हैं और सरकार की किरकिरी करने में लगे हुए हैं तो आम जनमानस को क्या बक्सते होंगे पत्रकार ने इस संबंध में सूचना एरच थाने मैं दी लेकिन थाने से कोई भी सही कार्यवाही का आश्वासन नहीं दिया गया तभी एक पत्रकार को जिला स्तरीय एवं मंडल स्तरीय अधिकारियों से संपर्क साधना पड़ा लेकिन खबर लिखे जाने तक इस संबंध में कोई भी बड़ी कार्यवाही नहीं की गई अब देखने वाली बात यह होगी कि आला अधिकारी इस संबंध में क्या कार्यवाही करते हैं और ऐसे दबंग भू माफियाओं के खिलाफ क्या कार्रवाई करते हैं पत्रकारों की जमीन पर पत्रकारों को धमकाकर एवं उन्हें जान से मारने की धमकी देते हुए उनकी जमीनों पर कब्जा कर लेते हैं
रिपोर्ट सुल्तान आब्दी