मनोज पांडेय
प्रयागराज। काशी तमिल संगमम् कार्यक्रम के द्वितीय दल के सदस्यों का शनिवार को जनपद प्रयागराज आगमन पर सांसद फूलपुर प्रवीण पटेल, महापौर उमेश चन्द्र गणेश केसरवानी एवं नगर मजिस्ट्रेट विनोद कुमार सिंह के द्वारा तिलक लगाकर एवं माला पहनाकर टीम के सदस्यों का भव्य रूप से स्वागत किया गया। द्वितीय दल में लगभग 200 सदस्य प्रयागराज आयें।
इस अवसर पर संगम क्षेत्र के वीआईपी घाट के पास आयोजित कार्यक्रम में सांसद एवं महापौर के द्वारा दल के टीम लीडर को स्मृति चिन्ह एवं अंगवस्त्र भेंट कर सम्मानित किया गया तथा गंगा जल भेंट किया गया। इस अवसर पर क्षेत्रीय अभिलेखागार एवं राजकीय पांडुलिपि पुस्तकालय द्वारा अभिलेख एवं पांडुलिपियों की प्रदर्शनी भी लगायी गयी, जिसमें कागज तथा ताड़पत्र के पौराणिक ग्रंथो के प्रदर्श विशेष आकर्षण का केंद्र रहे। इस अवसर पर एन.सी.जेड.सी.सी. द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुतियां भी की गयी।

इस अवसर पर सांसद फूलपुर प्रवीण पटेल ने तमिलनाडु से पधारे तमिल श्रद्धालुओं का स्वागत करते हुये तमिल संस्कृति एवं तमिल भाषा के उत्तर भारत में मिलन कराने के लिये प्रधानमंत्री एवं मुख्यमत्री के प्रयासों की सराहना की तथा तमिल भाईयों एवं बहनों का संगम की पवित्र भूमि पर स्वागत किया। उन्होंने कहा कि आज आप लोगो के बीच आकर ऐसा लग रहा है, जैसे हम लोग तमिलनाडु में बैठे है। उन्होंने कहा कि काशी तमिल संगमम् यात्रा के माध्यम से हमें उत्तर और दक्षिण की संस्कृति, परम्पराओं, वातावरण को समझने व एक दूसरे की भाषा को सीखने, जानने व संवाद करने का भी सुनहरा अवसर प्राप्त हो रहा है। उन्होंने कहा कि काशी तमिल संगमम् यात्रा उत्तर और दक्षिण को जोड़ने का काम करेगी।
इस अवसर पर महापौर उमेश चन्द्र गणेश केसरवानी ने काशी तमिल संगमम् यात्रा में सम्मिलित सभी लोगो का स्वागत व अभिनंदन करते हुए कहा कि विशाल संगम क्षेत्र में उत्तर और दक्षिण का संगम देखने को मिल रहा है। उन्होंने कहा कि कुम्भ व माघ मेले के अवसर पर करोड़ों श्रद्धालु यहां पर आते है और यहां पर आकर सभी एक मन, भाव एवं एक संस्कृति में बंध जाते है। उन्होंने कहा कि यात्रा एक महत्वपूर्ण कार्यक्रम है, इसका उद्देश्य हमारे सदियों पुराने सभ्यता और ऐतिहासिक रिश्तों को मजबूत करना है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री की एक भारत, श्रेष्ठ भारत की संकल्पना काशी-तमिल संगमम् यात्रा से चरितार्थ हो रही है। उन्होंने प्रधानमंत्री का अभिनंदन करते हुए कहा कि यह उनकी सोच का परिणाम है कि हमारे दक्षिण भारत के भाई-बहन उत्तर भारत में आकर भारत की साझा संस्कृति, परम्पराओं, मान्यताओं का अनुभव प्राप्त कर रहे है।

काशी तमिल संगमम् टीम के सदस्यों को सुसज्जित नावों के द्वारा वीआईपी घाट से संगम ले जाकर मां गंगा, यमुना एवं अदृश्य सरस्वती के संगम का अवलोकन/स्नान कराया गया तथा तीर्थराज प्रयागराज के महत्व के बारे में बताया गया। संगम क्षेत्र के अद्भुत एवं मनोहारी दृश्य देखकर सदस्यगण मंत्रमुग्ध हो गये। सदस्यगणों के द्वारा संगम क्षेत्र में वीआईपी घाट पर बनाये गये सैण्ड आर्ट का अवलोकन किया गया। संगम क्षेत्र कार्यक्रम के पश्चात काशी तमिल संगमम् टीम के सदस्यगणों ने लेटे हनुमान जी का दर्शन एवं पूजन किए। इसके उपरांत टीम के सदस्य शंकर विमान मण्डपम मंदिर, स्वामी नारायण मंदिर भी गये। कार्यक्रम का संचालन डॉ0 प्रभाकर त्रिपाठी के द्वारा किया गया।
जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा के निर्देशन में नगर मजिस्ट्रेट विनोद कुमार सिंह एवं अन्य सम्बंधित अधिकारियों के द्वारा काशी तमिल संगमम् यात्रा के दूसरे दल के सदस्यों की यात्रा को सकुशल ढंग से सम्पन्न कराया गया। इस अवसर पर जनप्रतिनिधिगणों के अलावा सहायक राकेश कुमार वर्मा, हरिशचंद्र दुबे सहित बड़ी संख्या लोग उपस्थित रहे।







