बहोरीबंद पुलिस द्वारा अंधी हत्याकांड का खुलासा ?
दिनांक 01.10.2025 को ग्राम सिमरापटी के अनोज उर्फ अनुज पिता ज्ञानीलाल चौधरी उम्र 32 साल निवासी सिमरापटी थाना बहोरीबंद को संदिग्ध हालत में घर पर ही मृत्यु हो गई थी। जिसकी रिपोर्ट पर थाना बहोरीबंद में मर्ग क्रमांक 32/25 धारा 194 बीएनएसएस का प्रकरण पंजीबद्ध कर जांच में लिया गया था। मृतक अनोज के शव का पंचनामा कार्यवाही कर शव का पी०एम० शासकीय अस्पताल बहोरीबंद से कराया गया। शव का पी०एम० रिपोर्ट पर डाक्टर द्वारा लिंगेचर मटेरियल से गला दबाने के कारण दम घुटने से मृत्यु होना लेख किया गया है। मृतक के परिजनों से पूछताछ कर कथन लिये गये थे जिन्होंने पति-पत्नी के बीच संबंध अच्छे नही होना और आये दिन लडाई झगडा और मारपीट होना तथा दिनांक 01.10.2025 की रात को सोते समय पत्नी किरण चौधरी के द्वारा किसी कपडे से पति का गला घोटकर हत्या कर देना तथा मर्ग इंटीमेशन में तथ्यों को छुपाकर मृतक की मौत बीमारी से होना लेख कराना बताये जाने पर अपराध क्रमांक 268/25 घारा 103 (1), 238 बीएनएस का प्रकरण पंजीबद्ध कर विवचेना में लिया गया।
पुलिस अधीक्षक कटनी अभिनय विश्वकर्मा (मा०पु०से०) के निर्देशन में अति०पुलिस अधीक्षक संतोष डेहरिया एवं एसडीओपी स्लीमनाबाद के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी निरीक्षक अखलेश दाहिया के द्वारा अपनी टीम के साथ संदेही मृतक के पत्नी किरण चौधरी से पूछताछ की जाने पर इसके द्वारा अपना अपराध स्वीकार करते हुये बतायी कि पति अनोज चौधरी द्वारा मुझसे आये दिन लडाई झगडा करता था और मेरे साथ मारपीट करता था मुझे दूसरे लोगो के साथ शरीरिक संबंध बनाने के लिये बोलता था जो मैं उसे मना कर देती थी। दिनांक 01.10.2025 की रात में भी मुझसे इसी प्रकार की बातचीत कर रहा था तो जिससे मैंने साफ इंकार कर दिया था तो इसी बात पर से मेरा और पति अनोज चौधरी से विवाद हो गया था मैंने रात्रि करीब 11.00 बजे रोज-रोज की लडाई झगडा से परेशान होकर सोचा की पति को निपटा देती हूँ फिर न तो लडाई झगडा होगा और न ही विवाद होगा फिर गमछे से अपने पति अनोज चौधरी का गला घोटकर हत्या कर दी थी और सब को मैंने झूठ बोल दिया था कि पति कुछ दिनो से बीमार था। आरोपियां द्वारा अपना जुर्म स्वीकार करने पर दिनांक 19.10.2025 को तत्परता से कार्यवाही करते हुये गिरफ्तार किया गया एवं इसके द्वारा जिस गमछे से हत्या की गई थी उसे भी जप्त किया गया है। आरोपिया को माननीय न्यायालय के समक्ष पेश किया गया।
भूमिका निरीक्षक अखलेश दाहिया, सउनि अनुराग पाठक, सउनि घुव्र सिंह, सउनि मोनेन्द्र सिंह, आर० 05 बृजेश सिंह आर0 743 दीपक सिंह, आर० 128 कोमल शा. म०आर० 766 वंदना रजक की विशेष भूमिका रही।
जितेंद्र मिश्रा






