सिवनी जिले के ग्रामीण स्वास्थ्य कर्मचारियों ने जिला कलेक्टर से भेंट कर सौंपा ज्ञापन
सिवनी, मध्य प्रदेश: जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में कार्यरत स्वास्थ्य कर्मचारी (एमपीडब्ल्यू और एएनएम) ने आज नवागत जिला कलेक्टर महोदया का अभिनन्दन कर उन्हें तथा मिशन संचालक महोदया को एक ज्ञापन सौंपकर अपनी विभिन्न समस्याओं की ओर ध्यान आकृष्ट किया। ज्ञापन में उप-स्वास्थ्य केंद्रों को आयुष्मान आरोग्य मंदिर में परिवर्तित करने के बाद उत्पन्न हुई चुनौतियों और अनियमितताओं का उल्लेख किया गया है। स्वास्थ्य कर्मचारियों ने अपनी उपेक्षा, कार्य में पारदर्शिता की कमी, और अन्य प्रशासनिक कमियों को लेकर गंभीर चिंता व्यक्त की है। इसके पूर्व कर्मचारी संघ ने दिनांक 25 /8/2025 को जिले के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को इन्हीं समस्याओं के बारे में अवगत कराया था परंतु उन्होंने इस पर ढुलमुल रवैया अपनाते हुए कोई कार्यवाही नहीं की अतः संगठन को कलेक्टर महोदया एवं उच्च अधिकारियों से गुहार लगानी पड़ी |
ज्ञापन में निम्नलिखित प्रमुख बिंदुओं पर शीघ्र कार्रवाई की मांग की गई है:
1. उपेक्षित व्यवहार: उप-स्वास्थ्य केंद्रों के परिवर्तन के बाद संविदा कर्मचारियों (सीएचओ) की नियुक्ति से नियमित स्वास्थ्य कर्मचारियों की गरिमा को ठेस पहुंच रही है। समन्वय सुनिश्चित करने हेतु निर्देश जारी करने की मांग।
2. जन आरोग्य समिति की बैठकें: शासकीय दिशानिर्देशों के बावजूद अधिकांश केंद्रों में बैठकों का आयोजन नहीं हो रहा, और स्वास्थ्य कर्मचारियों को आमंत्रित नहीं किया जाता। नियमित बैठकों और उनकी भागीदारी की मांग।
3. प्रदर्शन आधारित प्रोत्साहन (पीबीआई) में पारदर्शिता की कमी: पीबीआई वितरण में जानकारी साझा नहीं की जा रही, जिससे गलत सूचनाओं की आशंका है। पूर्ण पारदर्शिता की मांग।
4. मेंटेनेंस एवं अनटाइड फंड में अनियमितताएं: फंड के दुरुपयोग और अनावश्यक खरीद की शिकायत, जिसकी सूक्ष्म जांच और पारदर्शी जानकारी की मांग।
5. वीएचएनडी सत्रों में सीएचओ की सीमित भागीदारी: सीएचओ की कम भागीदारी से गर्भवती महिलाओं की जांच और मातृ-शिशु मृत्यु दर में कमी प्रभावित हो रही है। सीएचओ की भागीदारी बढ़ाने की मांग।
6. टीकाकरण कार्य में लापरवाही: एएनएम की अनुपस्थिति में सीएचओ द्वारा टीकाकरण कार्य नहीं किया जा रहा। शासकीय आदेशों का पालन सुनिश्चित करने की मांग।
7. मातृ मृत्यु में अनुचित जिम्मेदारी: मातृ मृत्यु के मामलों में एएनएम पर अनुचित जिम्मेदारी डाली जा रही है। जिम्मेदारी का उचित निर्धारण करने की मांग।
8. पीबीआई में भ्रष्टाचार की आशंका: फर्जी हितग्राहियों के नाम पर राशि आहरण की संभावना। निष्पक्ष जांच, सोशल ऑडिट, और सार्वजनिक डोमेन में जानकारी की मांग।
स्वास्थ्य कर्मचारियों ने जिला कलेक्टर से उपरोक्त मुद्दों पर त्वरित कार्रवाई की अपील की है, ताकि ग्रामीण स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता और निरंतरता बनी रहे। कलेक्टर महोदया ने गंभीरता पूर्वक कर्मचारियों की बातों को बिंदुवार सुनकर निराकरण करने का आश्वासन दिया | इस अवसर पर कर्मचारी संगठन के प्रांतीय उपाध्यक्ष अभय पाराशर ; प्रांतीय सचिव लीलाधर राहंगडाले ; जिला अध्यक्ष महेंद्र डहरवाल ; कार्यकारी अध्यक्ष श्री सुनील सिंह ठाकुर ; श्रीमती कुसुम चंद्रवंशी ; श्रीमती योगिता मिश्रा; श्रीमती कांति ;श्रीमती सीमा पटेल सहित ग्रामीण स्वास्थ कर्मचारी उपस्थित रहे |
सूरज बघेल






