परासिया में किडनी फेल से 9 बच्चों की मौत,अब तक एक भी बच्चे का नहीं हुआ पोस्टमार्टम
छिंदवाड़ा। परासिया विकासखंड में किडनी इन्फेक्शन से अब तक 9 बच्चों की मौत हो चुकी है। इस गंभीर मामले में बड़ा खुलासा यह हुआ है कि मृत बच्चों का पोस्टमार्टम अब तक नहीं किया गया है। ऐसे में सवाल उठ रहा है कि बिना पोस्टमार्टम रिपोर्ट के जांच कैसे आगे बढ़ेगी।
एसडीएम का बयान – परिजनों ने पीएम से किया इनकार परासिया एसडीएम एवं आईएएस अधिकारी शुभम कुमार यादव ने बताया कि परासिया क्षेत्र में 9 बच्चों की मौत हुई है, वहीं 13 बच्चे नागपुर के अस्पताल में भर्ती हैं और तीन की हालत गंभीर बनी हुई है। उन्होंने कहा कि बच्चों का सीधे नागपुर में इलाज कराया गया, ऐसे मामलों में परिजन पोस्टमार्टम से कतराते हैं। प्रशासन और परिजनों के बीच समन्वय की कमी के चलते किसी भी बच्चे का पीएम नहीं हो पाया।
दो सिरप पर लगाया गया बैन प्रशासन ने शुरुआती जांच के आधार पर दो सिरप की बिक्री पर रोक लगा दी है। बताया जा रहा है कि जिन 6 बच्चों को ये सिरप पिलाए गए थे, उनमें गंभीर लक्षण सामने आए। सुरक्षा की दृष्टि से फिलहाल इन सिरप की बिक्री बंद कर दी गई है और विस्तृत जांच रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है।
पुणे लैब में भेजे गए सैंपल एसडीएम ने जानकारी दी कि पानी, मच्छर और अन्य संदिग्ध स्रोतों के सैंपल पुणे लैब में जांच के लिए भेजे गए थे, जिनमें किसी बड़ी समस्या की पुष्टि नहीं हुई। लेकिन बच्चों की स्थिति को देखते हुए दवाओं पर बैन लगाया गया है।
परासिया में वर्षों से बिक रहे थे ये सिरप एसडीएम शुभम कुमार यादव ने बताया कि यह सिरप डॉक्टरों की पर्चियों पर लंबे समय से लिखा जा रहा था और मेडिकल दुकानों में भी उपलब्ध था। संभव है कि किसी खास लॉट में समस्या आई हो। इससे पहले 2022 में भी देश के अन्य हिस्सों में ऐसी ही समस्या सामने आई थी।
छिंदवाड़ा के परासिया क्षेत्र में हो रही किडनी फेलियर से हो रही मौत के मामले में यह बात निकाल कर सामने आई है कि अभी तक नौ बच्चों की मौत हो चुकी है 13बच्चे में से एक ठीक हो गया चार बच्चों का इलाज जिला अस्पताल छिंदवाड़ा में चल रहा है जिसमें में से दो की हालत नाजुक बनी हुई है 8 बच्चों का इलाज नागपुर में चल रहा है जिसमें से तीन बच्चे की हालत नाजुक बनी हुई है वही परासिया क्षेत्र में ड्रग इंस्पेक्टर की टीम पहुंची हुई है जो जांच कर रही है।
खाजरी अंतू निवासी बच्ची संध्या के पिता रसीद बोसम ने बताया कि मेरी 14माह की बेटी को सर्दी खांसी की परेशानी हो रही थी मेरी पत्नी परासिया के प्रवीण सोनी की क्लीनिक में लेकर गई थी जहां उन्होंने दो सिरप पर्ची में लिखे थे उसने बाजू वाले मेडिकल से खरीदे थे 4 दिन में सर्दी खांसी तो ठीक हो गई मगर एक-दो दिन बाद उसकी यूरिन रुक गई फिर हम डॉक्टर प्रवीण सोनी के पास गए तो उन्होंने छिंदवाड़ा रेफर कर दिया छिंदवाड़ा जिला अस्पताल में तीन दिन इलाज चला आराम नहीं लगा तो फिर नागपुर रेफर कर दिया नागपुर में दो दिन इलाज के बाद 1 तारीख को मेरी बेटी की मौत हो गई नागपुर में डॉक्टरों ने किडनी में इन्फेक्शन बताया था। अमित मिश्रा ब्यूरो छिंदवाड़ा पुलिसवाला