बस्तर
“छत्तीसगढ़ के बस्तर में माओवादी संगठन को बड़ा झटका लगा है. संगठन के प्लाटून नंबर- 30 के डिप्टी कमांडर समेत 5 नक्सलियों ने सुकमा एसपी के समक्ष आत्मसमर्पण किया है. इन नक्सलियों में तीन महिला और दो पुरुष नक्सली शामिल है. आत्मसमर्पण करने वाले 3 नक्सलियों पर 5- 5 लाख और 2 नक्सलियों पर दो-दो लाख रुपए का ईनाम घोषित था.
6 महीने में 60 से ज्यादा नक्सलियों ने किया सरेंडर
सरेंडर नक्सलियों ने बताया कि बड़े माओवादी लीडर की प्रताड़ना से तंग आकर और सरकार की पुनर्वास नीति से प्रभावित होकर उन्होंने आत्म समर्पण का फैसला लिया. वही सुकमा पुलिस ने सरेंडर करने वाले नक्सलियों को 25-25 हजार रुपए प्रोत्साहन राशि देने के साथ जल्द ही पुनर्वास नीति के तहत मिलने वाले अन्य लाभ देने की बात कही है.
सुकमा एसपी किरण चव्हाण का कहना है कि इन इनामी नक्सलियों के सरेंडर करने से माओवादी संगठन को बड़ा झटका लगा है. इसी तरह पिछले 6 महीनो में 60 से अधिक नक्सलियों ने सुकमा पुलिस के समक्ष सरेंडर कर दिया है.
सरकार की पुनर्वासनीति से प्रभावित होकर किया सरेंडर
सुकमा एसपी किरण चव्हाण ने जानकारी देते हुए बताया कि शासन की तरफ से चलाए जा रहे नियद नेल्लानार अभियान के तहत गांव-गांव में पुलिस की कड़ी सुरक्षा के बीच विकास कार्य पहुंचाए जा रहे हैं. इसके साथ ही नए पुलिस कैंप भी सुकमा में खोले जा रहे हैं. जिसके चलते नक्सली पिछले कुछ सालों से बैकफुट पर हैं. यही वजह है कि स्थानीय नक्सली लगातार पुलिस के समक्ष सरेंडर कर रहे हैं.
एसपी चव्हाण ने कहा कि जिले के घोर नक्सल प्रभावित क्षेत्र मिनपा इलाके में सक्रिय माओवादी संगठन के प्लाटून नंबर -30 के सदस्यों ने आत्म समर्पण किया है. सरेंडर करने वाले नक्सली लंबे समय से माओवादी संगठन में सक्रिय रहे हैं. वो नीलावाया,मीनपा, कसालपाड़, बुर्कापाल जैसे बड़े नक्सली हमले में शामिल रहे है
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