इंदौर मध्य प्रदेश
Swapdeal के नाम से संचालित E–कॉमर्स कंपनी की डीलरशिप दिलवाने के नाम पर ठगी करने वाली कंपनी संचालक आरोपी एवं 02 POS एजेंट सहित प्रकरण में कुल 03 आरोपियों क्राइम ब्रांच ने किया गिरफ्तार।
POS एजेंट के द्वारा आमजन को सिमाकार्ड लेते वक्त ekyc सहित अन्य कई तरह के झूठ बोलकर एक व्यक्ति के नाम पर कई सिमकार्ड प्राप्त कर, उन सिमकार्ड्स को ठगी हेतु फर्जी कंपनीयो को कराते थे उपलब्ध।
उक्त फर्जी सिमकार्ड से आवेदको को झूठे विश्वास मे लेकर ठग गैंग द्वारा डीलरशिप दिलाने और उस पर अधिक लाभ कमाने का लालच देकर उनसे अन्य लोगो के नाम से खोली गई कंपनी के अकाउंट में पैसे डलवाकर करते थे ठगी।
क्राइम ब्रांच इंदौर में मुंबई (महाराष्ट्र), लखनऊ (उत्तर प्रदेश), एवं आंध्र प्रदेश के आवेदकों ने की थी उनके साथ हुई धोखाधड़ी की शिकायत।
आरोपी किसी अन्य व्यक्तियो के नाम के सिमकार्ड का उपयोग कर अपनी पहचान छुपाते हुए लोगो से करता था ठगी।
इंदौर शहर में लोगों के साथ ऑनलाइन फ्रॉड एवं ठगी करने वाले आरोपियों के विरुद्ध प्रभावी कार्यवाही के निर्देश वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा दिए गए हैं। उक्त निर्देशों के अनुक्रम में क्राइम ब्रांच इंदौर द्वारा लगातार ऐसे संगठित आरोपियों के विरुद्ध कार्यवाही की जा रही है।
इसी कड़ी में कार्यवाही के दौरान कार्यालय अपराध शाखा इंदौर में तीन आवेदकों के द्वारा शिकायत की गई थी कि, उनके साथ SWAPDEAL LTD,कंपनी के नाम पर अज्ञात व्यक्ति द्वार डीलरशिप एजेंसी देने के लालच देकर आवेदक (1). विक्रम निवासी दादर पश्चिम मुंबई से 1,50,000/– रूपयें ऑनलाइन प्राप्त कर ठगी की गई, आवेदक (2). दीपक निवासी लखनऊ (उत्तर प्रदेश) के साथ 50,000/– रूपयें ऑनलाइन प्राप्त कर ठगी की गई एवं (3). मुजाहद निवासी आंध्रप्रदेश के साथ 1,00,000/– रूपयें ऑनलाइन प्राप्त कर ठगी की गई ।
जिसकी जांच क्राइम ब्रांच इंदौर टीम के द्वारा की गई । SWAPDEAL LTD कंपनी इंदौर के द्वारा दूसरे राज्यों के लोगो से संपर्क कर स्वयं को कंपनी हेड एवं कर्मचारी बताते हुए, कंपनी की फ्रेंचाइजी/ डीलरशिप देने के नाम पर कॉल्स करते हुए जानकारी दी कि हमारी SWAPDEAL कंपनी पूरे भारत में डीलर के माध्यम से कपड़े, घर के समान, लेडीज मेटेरिल बेचने एवं डीलर को प्रेत्यक प्रोडक्ट पर 300 रूपयें की बचत होती है तथा डीलर को कंपनी से प्रोडेक्ट खरीदकर कम से कम एक सप्ताह भर का स्टाक रखना होता है। साथ ही कंपनी ऑनलाइन कस्टमर से संपर्क कर डीलर से प्रोडक्ट सेल आउट कराती है । आवेदकों को प्रोडक्ट बेचने के लिए कही जाना नहीं होगा जैसे झूठ बोलकर कंपनी की डीलरशिप लेने के लिए सिक्योरिटी बतौर कंपनी के बैंक खातों में ऑनलाइन पैसे जमा करने होंगे तथा डिपाजिट अमाउंट आपको रिटर्न कर दिया जायेगा । साथ ही आवेदकों को https://swapdeal.in लिंक मोबाइल पर भेजा गया और कहा कि कंपनी की ओर से आपको एक कंपनी के डीलरशीप की लॉगइन आईडी एवं पासवर्ड भी दिया जायेगा।
कंपनी की डीलरशिप देने के नाम से अधिक प्रॉफिट जैसे लुभावने ऑफर्स का झांसा देते हुए तीनों आवेदकों ने करीब 03 लाख रुपए आरोपी के द्वारा बोले गए बैंक खाते में ऑनलाइन प्राप्त कर, स्वैपडील कंपनी की तरफ से आवेदक को न तो कस्टमर भेजा न ही पैसे रिफंड किए गए एवं आवेदकों के द्वारा रूपये वापस मांगने के लिए कॉल करते आरोपियों के द्वारा फोन ब्लेक लिस्ट में कर दिया है ।
फरियादी की शिकायती पर थाना अपराध शाखा में अपराध धारा 420, 409 भादवी का अपराध पंजीबद्ध करते हुए, क्राइम ब्रांच टीम आरोपी की तकनीकी जानकारी निकलते हुए आरोपी (1).राहुल राजा परमार निवासी नंदानगर इंदौर को गिरफ्तार किया गया था और पूछताछ करते आरोपी के द्वारा बताया कि किसी अन्य व्यक्ति के बैंक खाते एवं ATM, mobile सिमकार्ड सहित अन्य निजी दस्तावेजों के माध्यम से अवैध रूप से लोगो को झांसे में लेकर स्वैपडील कंपनी की डीलरशिप एजेंसी देने के नाम से आरोपी के द्वारा ऑनलाइन पैसे प्राप्त कर ठगी को अंजाम दिया जा रहा था।
*उक्त प्रकरण में आवेदकों को कॉलिंग के लिए फर्जी सिमकार्ड उपलब्ध कराने वाले आरोपियों की तकनीकी जानकारी निकलकर आरोपी (2). रनवीर पटेल पिता माखन सिंह पटेल, उम्र 24 वर्ष, पता- संजय नगर राँझी जबलपुर, (3). गणेश जाधव पिता/पति,पालक का नाम मिलन जाधव, उम्र 22 वर्ष, पता- इंदिरा आवास कॉलोनी मानेगांव रांझी जबलपुर, को पकड़ा व पूछताछ करते बताया कि उक्त दोनों आरोपी टेलीकॉम कंपनी के POS एजेंट है जो आमजन को सिमकार्ड उपलब्ध कराने के नाम से लोगो के एक से ज्यादा सिमकार्ड ekyc करवाकर प्राप्त कर लेते थे और फर्जी डीलरशिप देने वाली कंपनी के संचालक राहुल परमार को उपलब्ध कराते थे, जिसके माध्यम से राहुल परमार के द्वारा आमजन को फर्जी डीलरशिप देने के नाम से ठगी की वारदात को दिया जाता था अंजाम ।
*क्राइम ब्रांच पुलिस के द्वारा संचालक राहुल परमार को पूर्व में गिरफ्तार कर कार्यवाही की गई तथा उक्त प्रकरण में आरोपी रणवीर और गणेश फरार थे जिनको गिरफ्तार कर विवेचना के आधार पर आरोपी के विरुद्ध अग्रिम वैधानिक कार्यवाही की जा रही है।
रिपोर्ट- अनिल भंडारी
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