डबरा
सीमा सुरक्षा बल अकादमी, टेकनपुर में उप निरीक्षक (सीधी भर्ती) क्रमांक 67 की भव्य दीक्षांत परेड का आयोजन किया गया। इस परेड में 17 महिला प्रशिक्षु अधीनस्थ अधिकारी सहित कुल 262 प्रशिक्षु अधीनस्थ अधिकारियों की आठ प्लाटूनों ने मुख्य अतिथि योगेश बहादुर खुरानिया, भा०पु०से०, अपर महानिदेशक (ऑपरेशन) बल मुख्यालय, सीमा सुरक्षा बल के समक्ष एक शानदार परेड का प्रदर्शन किया गया। यह परेड वीरांगना लक्ष्मीबाई परेड स्थल पर सुसज्जित होकर पहले के एल साह, उप महानिरीक्षक/ कार्यवाहक कमाण्डर अधिकारी प्रशिक्षण केन्द्र, अकादमी टेकनपुर तथा बी के झा, महानिरीक्षक, संयुक्त निदेशक, सीमा सुरक्षा बल अकादमी टेकनपुर को सलामी देकर शुरू हुई।
मुख्य अतिथि योगेश बहादुर खुरानिया ने पहले शहीद स्मारक, अजेय प्रहरी पर जाकर पुष्पचक्र एवं श्रद्धांजलि अर्पित की। उसके उपरान्त मुख्य अतिथि सीमा सुरक्षा बल के अश्वरोही दल की अगवानी में परेड स्थल पर पहुंचे और वहां परेड की सलामी ली, तत्पश्चात् सुसज्जित परेड का निरीक्षण किया। तदोपरान्त परेड कमाण्डर प्रशिक्षु अधीनस्थ अधिकारी शुभम राणा तथा सभी प्रशिक्षु अधीनस्थ अधिकारियों ने मुख्य अतिथी योगेश बहादुर खुरानिया के समक्ष देश के संविधान के प्रति एकता, अखण्डता व सम्प्रभुता को बनाये रखने के लिये अपने आपको समर्पित करने की शपथ ली।
वहीं पर पास आऊट होने वाले प्रशिक्षु अधीनस्थ अधिकारी देश के अलग-अलग राज्यों से संबंध रखते हैं। इन प्रशिक्षुओं को अकादमी के निदेशक डॉ. प्रणब मोहन्ती,, अपर महानिदेशक, बी के झा, महानिरीक्षक, संयुक्त निदेशक, के एल साह, उप महानिरीक्षक / कार्यवाहक कमाण्डर राजीव कुमार दुआ, उप महानिरीक्षक एवं अधिकारी प्रशिक्षण केन्द्र के कुशल अधिकारियों एवं अनुदेशकों के मार्गदर्शन में 50 सप्ताह का कठिन प्रशिक्षण प्राप्त करके अपने आपको देश की सीमाओं की देखभाल के लिए सक्षम बनाया है। जिसमें शारीरिक प्रशिक्षण, ड्रिल, युद्ध कौशल, निशानेबाजी, विधि व कानून, मानवाधिकार अधिनियम, अंतरराष्ट्रीय सीमा पर सीमा प्रबंधन की रोजमर्रा की कार्यवाही आपदा प्रबंधन, मैप रीडिंग, सीमा की निगरानी, आतंकवाद व उग्रवाद से निपटने की कला जैसे विषयों के साथ वाहन चलाना, कम्प्युटर प्रशिक्षण, तैराकी और एडवेन्चर ट्रेनिंग का भी गहन प्रशिक्षण दिया गया है। ट्रेनिंग के दौरान इनके व्यक्तित्व को संवारने, चरित्र निर्माण तथा नेतृत्व क्षमता को विकसित करने पर विशेष कार्यक्रम के साथ साथ विभिन्न सीमान्तों की सीमाओं का दौरा (बार्डर टूर) भी करवाया गया है। सीमा सुरक्षा बल की सामान्य ड्यूटी की 17 महिला अधीनस्थ अधिकारी भी अपने 50 सप्ताह के कठिन परिश्रम के बाद सफल हुए ।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि योगेश बहादुर खुरानिया ने प्रथम आये निम्न प्रशिक्षु अधीनस्थ अधिकारी उप निरीक्षकों ने बांटी ट्राफियां…।
अधिकारी प्रशिक्षण केन्द्र (COT) बैच:-
ट्राफी व विजेता का नाम
उप निरीक्षक (सीधी भर्ती)
बैटन ऑफ ऑनर (ऑल राउण्ड सर्वोत्तम) आयुष बिष्ट
नरेश यादव ट्रॉफी (ड्रिल प्रशिक्षण में प्रथम ) शुभम राणा
उप्पल ट्राफी (बाहरी प्रशिक्षण में सर्वोत्तम) महानिदेशक ट्रॉफी (आन्तरिक प्रशिक्षण में प्रथम ) प्रिंस वालिया
वाधवा ट्रॉफी (फायरिंग प्रशिक्षण में प्रथम ) सेंटिलॉन्ग जमीर
चंदेल ट्राफी (खेलकूद में प्रथम ) एच स्टीफन
विकास भारद्वाज ट्रॉफी (कम्प्युटर अवेयरनेस में प्रथम ) करण वोहरा
सहायक प्रशिक्षण केन्द्र (STC) बैच:-
ट्राफी व विजेता के नाम
उप निरीक्षक (सीधी भर्ती)
बैटन ऑफ ऑनर (ऑल राउण्ड सर्वोत्तम) विवेक राय
नरेश यादव ट्रॉफी (ड्रिल प्रशिक्षण में प्रथम ) मनोज सिंह
उप्पल ट्राफी (बाहरी प्रशिक्षण में सर्वोत्तम) मनोज सिंह
महानिदेशक ट्रॉफी (आन्तरिक प्रशिक्षण में प्रथम ) रवि नारायण मिश्रा
वाधवा ट्रॉफी (फायरिंग प्रशिक्षण में प्रथम ) सुधीर यादव
चंदेल ट्राफी (खेलकूद में प्रथम) विवेक राय
विकास भारद्वाज ट्रॉफी (कम्प्युटर अवेयरनेस में प्रथम ) सौरभ राणा
मुख्य अतिथि ने अपने सम्बोधन भाषण में युवा अधीनस्थ अधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि आज आपका स्मार्ट टर्न आऊट, निपुण ड्रिल एवं जोश इस अकादमी में प्रशिक्षण के दौरान प्राप्त किए आपके उच्च दर्जे के व्यावहारिक प्रशिक्षण, सक्षमता, आत्मविश्वास को जाहिर करता है। मुझे यकीन है कि आप अपनी लगन, समर्पण एवं कठोर परिश्रम की बदौलत न सिर्फ सीमा सुरक्षा बल का, वरन् भारतवर्ष का नाम दुनिया में रोशन करेगें। इसके अलावा प्रशिक्षु अधीनस्थ अधिकारियों के माता-पिता को अपने बच्चों को देश सेवा हेतु भेजने के लिए बधाई दी। परेड के उपरान्त योगेश बहादुर खुरानिया पिपिंग सेरेमनी में प्रशिक्षु अधीनस्थ अधिकारियों और उनके अभिभावकों से मिले।
इन 262 युवा अधीनस्थ अधिकारियों में 02 एम0बी0ए0 03 एम0 ए0 01 एम0एस0सी0, 02 बी0बी0ए0 06 •बी०सी०ए०, 31 बी०कॉम०, 40 बी0ए0, 107 बी0एस0सी0, 03 डिप्लोमा और 67 बी0टेक/बी0ई0 की शैक्षणिक योग्यता रखते है।
रिपोर्ट ओमबाबू प्रजापति
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