भितरवार//
चरखा गांव में पत्थरबाजी से घायल पत्रकार का पुलिस अधिकारियों ने किया सम्मान
ग्वालियर जिले के भितरवार बरसते पत्थरों के बीच जान जोखिम में डालकर कवरेज करना बहुत बड़ा साहसिक कदम हैं हम तो पुलिशकर्मी है जो बरसते पत्थरो के बीच खड़े रहकर व्यवस्था बनाना अपनी ड्यूटी समझते है पर 3 दिसम्बर को मैने अपनी आँखों से देखा कि जब हम हेलमेट ओर बॉडीगार्ड से सजकर चुनिदा उपद्रवि तत्वों को काबू में कर रहे थे उसी बीच मेरी नजर पड़ी पत्रकार इमरान खान पर जो खड़े थे बिना किसी सुरछा के अपना कैमरा लेकर बरसते पत्थरो के बीच समाज तक सच्ची खबर पहुचने के अपने कर्तव्य को निभाने के लिए इस दौरान बो गम्भीर रूप से घायल भी हुए पर उन्होंने अपना कैमरा नही छोड़ा
यह एक उत्कृष्ट पत्रकारिता के गुण हैं। जो युवा पत्रकार इमरान खान में दिखाई दिए हैं। यह बात एसडीओपी अभिनव बारंगे ने चरखा गांव में विवाद के दौरान पत्थरबाजी में घायल हुए पत्रकार इमरान खान को सम्मानित करते हुए कही। 3 दिसंबर को ग्राम चरखा में शासकीय भूमि पर कुछ लोगों द्वारा रखी गई। संविधान निर्माता डॉ भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा को हटाने के दौरान हुई पत्थरबाजी में चोटिल हुए स्थानीय प्रकार इमरान खान का स्थानीय पुलिस थाने में एसडीओपी अभिनव बारंगे,थाना प्रभारी प्रशांत शर्मा आदि ने पुष्पमाला पहनाकर सम्मान किया। गुरूबार को समारोह आयोजित कार्यक्रम में एसडीओपी श्री बारंगे ने कहा कि चरखा गांव में हिंसक भीड़ के बीच इमरान ने जो कवरेज किया है। वह सराहनीय हैं। पत्थरबाजी में घायल होने के बाद भी इमरान ने अपना कैमरा थामकर अपना कर्तव्य निभाया इसके लिए वह बधाई के पात्र हैं। वहीं इसी प्रकार थाना प्रभारी प्रशांत शर्मा ने भी अपने उद्वोधन में इमरान खान की जमकर प्रसंसा की। इस अवसर पर उप,निरीक्षक रवि भिलाला,विश्वकर्मा,आरक्षक अनिल शर्मा,गौरव सेंगर,दिनेश ,अंकित यादव, आदि उपस्थित थे।
रिपोर्ट डबरा से ओमबाबू प्रजापति