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ग्राम पंचायत अमंगवा के आश्रित ग्राम मुरवारी में जल जीवन मिशन की अनियमितताएँ, ठेकेदार सोनू की लापरवाही से जल-जमाव, आम नागरिक और स्कूली बच्चे परेशान
कटनी | मध्यप्रदेश सरकार द्वारा शुरू की गई “जल जीवन मिशन” का उद्देश्य हर ग्रामीण परिवार को शुद्ध और सुरक्षित पेयजल उपलब्ध कराना है। इस महत्वाकांक्षी योजना के तहत करोड़ों रुपए खर्च किए जा रहे हैं, ताकि गाँव-गाँव तक पाइपलाइन बिछाकर घर-घर नल कनेक्शन दिया जा सके। लेकिन, दुर्भाग्य की बात है कि इस योजना की जमीनी हकीकत कई बार सरकार के सपनों से बिलकुल उलट दिखाई देती है। जनपद पंचायत बहोरीबंद के ग्राम पंचायत अमंगवा के आश्रित ग्राम मुरवारी इसका ताज़ा उदाहरण है, जहाँ जल जीवन मिशन के काम में ठेकेदार सोनू द्वारा भारी अनियमितताएँ की गई हैं। काम की गुणवत्ता इतनी खराब है कि पूरी सड़क पानी से भर जाती है। नतीजा यह है कि आम नागरिकों से लेकर स्कूली बच्चों तक को आने-जाने में भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। हर ग्रामीण घर तक नल-जल कनेक्शन पहुँचाना। गाँव की महिलाओं को पानी के लिए दूर न जाना पड़े। दूषित पानी से फैलने वाली बीमारियों पर नियंत्रण। ग्रामीण जीवन स्तर में सुधार । पाइपलाइन बिछाने में गुणवत्ता की अनदेखी। जगह-जगह लीकेज और सड़क पर पानी का जमाव। नागरिकों का जीवन अस्त-व्यस्त।स्कूली बच्चों के लिए रोज़ाना खतरा।योजना के पैसे पानी की तरह बहाए गए लेकिन परिणाम शून्य। पाइपलाइन बिछाने के लिए गुणवत्ता विहीन पाइप का इस्तेमाल किया गया। कमज़ोर पाइप बार-बार फट रहे हैं, जिससे हर जगह पानी रिस रहा है।पाइपलाइन डालते समय गहराई का ध्यान नहीं रखा गया। कई जगह पाइप मात्र 1-2 फीट गहराई पर ही डाले गए, जबकि मानक 3-4 फीट का है।पाइप डालने के लिए सड़क खोदी गई लेकिन बाद में उसकी मरम्मत नहीं की गई। नतीजा यह है कि बारिश के दिनों में सड़कें तालाब जैसी बन गई हैं।
लीकेज और निकासी की व्यवस्था न होने से पूरा रास्ता पानी से भर गया है। इससे न केवल आवाजाही में दिक्कत होती है बल्कि मच्छरों का प्रकोप भी बढ़ गया है। ठेकेदार की मनमानी पर कोई रोक-टोक नहीं है। पंचायत स्तर से लेकर उच्च अधिकारियों तक किसी ने इस समस्या पर ध्यान नहीं दिया।
🖋️ पुलिसवाला न्यूज़ कटनी से पारस गुप्ता की रिपोर्ट
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