नौ आरतियों से आचार्य मण्डल ने उतारी माई की आरती
चंदेरी- अयोध्या जी में भगवान श्री राम लला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद प्रथम दीपावली के उपलक्ष्य में तीर्थ राजरानी जगत जननी मां जागेश्वरी देवी मंदिर के आंगन में 51000 द्वीपों को प्रज्वलित कर दीपोत्सव कार्यक्रम का आयोजन किया गया। मंदिर के पुजारी महंत जुगलकिशोर जी महाराज ने बताया की भगवान श्री राम की प्राण प्रतिष्ठा में सम्मिलित होने का सौभाग्य मुझे भी मिला था और मेरा भी माई के दरवार में दीपोत्सव करने का मन था लेकिन मेरा सामर्थ्य नहीं था तब मेरे एक सेवक मनीष ऋषीश्वर को माई ने स्वयं प्रेरित किया और उसने सहयोग किया। दीपोत्सव के लिए 6 बजकर 15 मिनट पर दिए जलाने का समय निर्धारित किया गया था। मंच से आदेश होने के बाद धर्म प्रेमी बंधुओ द्वारा 7 बजे तक 51000 दीपक प्रज्वलित कर दिये गये। दीप प्रज्जवलन के बाद माई के दरबार में महंत जुगल किशोर दास जी के आचार्य मंडल द्वारा विधिवत पूजन कर नौ आरतियों से माई की महाआरती की गई।
हुआ संत समागम-
मां जागेश्वरी के दरबार में दीपोत्सव कार्यक्रम में अलग-अलग मठो से 327 संत पधारे जिनके सानिध्य में 51000 दीपक जलाकर दीपोत्सव और नौ महाआरती आचार्य मंडल द्वारा संपन्न कराई गई।कार्यक्रम के संरक्षक श्री श्री108 श्री रामगोपाल दास जी महामण्डलेश्वर बड़ा मठ मल्हारगढ़संत ने बताया की आध्यात्मिक सत्ता को बनाए रखने के लिए संतों का समागम आवश्यक है योगियों और संतों के द्वारा ही आध्यात्मिक ऊर्जा का उत्सर्जन होता है।कार्यक्रम के बाद संतों की यथोचित विदाई भी की गई।
अन्नकूट भंडारे का हुआ आयोजन- मां जागेश्वरी को छप्पन भोगों का प्रसाद चढ़ाया गया।उसके बाद पूरे नगर से आये श्रृद्धालुओं को मंगलभवन में भोग प्रसादी का वितरण किया गया।
भजन संध्या का हुआ आयोजन-दीपोत्सव के बाद मानस रत्न बुन्देली भजन सम्राट चन्द्र भूषण पाठक द्वारा देवी गीतो की प्रस्तुति दी गई।जो रात्रि नौ बजे से प्रारंभ होकर देर रात तक चला।
पत्रकार आबिद हाशमी चंदेरी
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