चंदेरी दशलक्षण पर्व के समापन के दिन अनंत चतुर्दशी का पर्व बड़े ही धूमधाम के साथ मनाया गया, इस दिन को जैन समाज का सबसे बड़ा पर्व माना जाता है, नगर में विराजमान आर्यका संघ विपुल मति माताजी एवं विमुक्त मति माताजी के सानिध्य में बड़े ही भक्ति पूर्वक अभिषेक शांति धारा एवं पूजन अर्चना की गई, एवं बासु पूज्य भगवान का मोक्ष कल्याणक पर्व मनाया गया एवं लाडू समर्पित किया गया ,इस पर्व पर उत्तम क्षमा , मार्दव , आर्जव, शौच,सत्य संयम, तप, त्याग ,आकिंचन एवं ब्रह्मचर्य की पूजा की गई एवं अनंत चतुर्दशी पर्व पर पूजन के पश्चात उपवास व्रत रखे गए एवं दोपहर पश्चात शोभा यात्रा निकाली गई जो की चौवीसी मंदिर से होते हुए सदर बाजार बजरिया मोहल्ला होते हुए पारसनाथ दिगंबर जैन धर्मशाला लाई गई और यहां आर्यका संघ के सानिध्य में श्री जी को पांडुक शिला पर विराजमान कर अभिषेक शांति धारा की गई, इस अवसर पर अभिषेक करने का प्रथम सौभाग्य शील चंद्र सिंघई, द्वितीय सौभाग्य अनिल कुमार रोकडिया, तृतीय सौभाग्य प्रेमचंद जी जैन प्राणपुर वाले, एवं चतुर्थ सौभाग्य अंकुश जैन लगौन परिवार को प्राप्त हुआ, तत्पश्चात शांति धारा की गई जिसमें प्रथम सौभाग्य अनिल कुमार सिद्धेश कुमार रोकडिया एवं द्वितीय धर्मेंद्र कुमार कठरिया, तृतीय बागमल सिंघई परिवार एवं चतुर्थ सौभाग्य प्रवीण कुमार सम्यक जैन परिवार को प्राप्त हुआ,
अभिषेक शांति धारा के पश्चात आर्यका संघ के द्वारा प्रवचन के माध्यम से दशलक्षण पर्व के साथ-साथ अनंत चतुर्दशी पर्व के महत्व के बारे में समझाया गया, इस दौरान बड़ी संख्या में महिलाएं बच्चे एवं पुरुष वर्ग उपस्थित रहे, एवं सकल दिगंबर जैन समाज के द्वारा मनाया जाने वाला क्षमा बाणी पर्व 2 तारीख को महावीर जैन धर्मशाला में मनाया जाएगा
पत्रकार सैयद आबिद हाशमी
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