छत्तीसगढ़
रायपुर
किसी भी प्रदेश की सुंदरता उसके शहरों एवं गांव से होती है और प्रदेश की राजधानी की सुंदरता उसकी विधानसभा रोड से होती है। हमारे देश में सभी राज्यों की विधानसभाएं एवं उनके मार्ग बड़े ही साफ स्वच्छ व सुंदर होते हैं। विधानसभा रोड पर जाना ही अपने आप में एक ताजगी पैदा करता है किंतु हमारे प्रदेश छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर की विधानसभा रोड इस मायने में कुछ अलग ही है यहां की विधानसभा रोड थोड़ी सी साफ स्वच्छ तब दिखाई देती है जब विधानसभा का सत्र चालू होता है। अन्यथा अधिकतर विधानसभा मार्ग की स्ट्रीट लाइट बंद रहती हैं उनकी रिपेयरिंग या चालू तभी किया जाता है जब विधानसभा का सत्र चालू होता है।आवारा घूमते हुए मवेशियों को हमेशा देखा जा सकता है नगर निगम की गाड़ी तभी पकाने आती है जब विधानसभा का सत्र चल रहा होता है। भारी वाहनों के प्रवेश निषेध होने के बाद भी संपूर्ण विधानसभा मार्ग पर भारी वाहनों की लंबी-लंबी कतारें देखी जा सकती हैं जो कई बार बड़ी-बड़ी दुर्घटनाओं का कारण भी बन चुकी है।
सबसे ताज्जुब की बात तो यह लगती है कि सड़कों पर ट्रक ,हाईबा और अन्य भारी वाहन सीना ताने खड़े रहते हैं लेकिन कई प्रशासनिक अधिकारी इसको अनदेखा करते हुए निकल जाते हैं।यहां पर रहने वाले निवासियों को हमेशा दुर्घटना का डर लगा रहता है लेकिन प्रशासन ने इस स्तर पर कभी कोई सख्ती नही दिखाई और ना ही सार्थक प्रयास किया।
इस रोड पर कई बहुत सुंदर टाउन शिप बनी हुई है जो प्रदेश की राजधानी रायपुर की सुंदरता में चार चांद लगाती हैं किंतु प्रशासन का इस मार्ग का सौंदर्यकरण करने में या साफ स्वच्छ रखने में कोई विशेष रुचि दिखाई नहीं देती।जगह-जगह फुटपाथ पर ठेले और खोमचे वालों ने कब्जा जमा कर रखा है। वाहन चलाते समय धूल के गुबार अक्सर उड़ते देखे जा सकते हैं। एक तरफ जो मोदी सरकार पूरे देश में स्वच्छता और सुंदरता अभियान चला रही है। प्रदेश की नई भाजपा की सरकार को इस दिशा में कदम उठाते हुए शुरुआत विधानसभा रोड से ही करनी चाहिए। फिर धीरे-धीरे अभियान संपूर्ण रायपुर और पूरे प्रदेश में चलाना चाहिए और कोशिश करना चाहिए की स्वच्छता सर्वे में एक दिन रायपुर को भी अवार्ड मिले।
( रायपुर से राजीव)
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