नई दिल्ली
सूडान में चल रहे गृहयुद्ध में हिंसा से अभी तक 427 लोगों की मौत हुई है और 3700 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं।ग़ौरतलब है कि सूडान में अक्तूबर 2021 में नागरिकों और सेना की संयुक्त सरकार के तख्तापलट के बाद से ही सेना और अर्धसैनिक बल के बीच तनाव बना हुआ था। एक सॉवरेन काउंसिल के जरिए सेना और अर्धसैनिक बल मिलकर देश चला रहे थे। कुछ समय बाद दोनों के बीच अविश्वास और तनाव के चलते दोनों में नाराज़गी होने लगी और धीरे धीरे ये नाराजगी हिंसा में बदल गई और लड़ाई शुरू हो गई।
सूडान में दोनों पँक्षों के मुखिया 72 घंटे के सीजफायर के लिए सहमत हो गए हैं। अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन के अनुसार 10 दिनों की लड़ाई, सैंकड़ों मौतों और बड़ी संख्या में विदेशी लोगों के पलायन के बाद यह सीजफायर हो रहा है। ऐसा नहीं है कि इससे पहले दोनों पक्षों में सीजफायर कराने की कोशिशें नहीं हुई थी पर वे नाकाम रहीं। ब्लिंकेन ने बताया कि ‘पिछले 48 घंटे की लगातार वार्ता के बाद सूडान आर्म्ड फोर्सेस और रैपिड सपोर्ट फोर्सेस सीजफायर के लिए राज़ी हो गई हैं। यह सीजफायर 24 अप्रैल की आधी रात से शुरू होगा और अगले 72 घंटे तक रहेगा ।
संघर्षग्रस्त सूडान से फंसे भारतीयों को वापस लाने के लिए केंद्र सरकार ने ‘ऑपरेशन कावेरी’ आरंभ किया है। लगभग 3,000 भारतीय वहाँ फंसे हुए हैं। सीजफायर लागू होने के साथ ही जल्द ही वहाँ फंसे भारतीयों का रेस्क्यू अभियान आरंभ होने की आशा है । वहाँ लोगों को पानी, खाने और दवाईयों की कमी का भयंकर सामना करना पड़ रहा है। अभी तक सूडान से विभिन्न देशों के 4 हजार से ज्यादा लोगों को सुरक्षित निकाला जा चुका है। सूडान के निवासी भी बड़ी संख्या में आस पास के देशों में पलायन कर गए हैं।
( राजीव खरे नेशनल ब्यूरो)
Leave a comment