छत्तीसगढ़
रायपुर के आमासिवनी क्षेत्र में सुधा ओपन स्कूल के बच्चों ने 1 नवंबर को स्कूल में छत्तीसगढ़ स्थापना दिवस मनाया ।यह ओपन स्कूल आमासिवनी रायपुर में ग़रीब परिवारों के बच्चों की प्रारंभिक शिक्षा हेतु सुधा फ़ाउंडेशन द्वारा संचालित किया जा रहा है। फ़ाउंडेशन के गोपाल कृष्ण भटनागर , चेयरमैन ने सब का स्वागत करते हुए ,बताया कि छत्तीसगढ़ राज्य का गठन 1 नवंबर को हुआ था । देश के विकास में छत्तीसगढ़ राज्य का बड़ा योगदान है। हमारे राज्य की इतिहास में भी भूमिका रही है जहाँ पाण्डवों ने कुछ काल बिताया था। इतना ही नहीं रामायण काल में भी यहाँ की मान्यताओं के अनुसार भगवान राम ने वनवास का एक लंबा समय यहाँ बिताया था । रायपुर के पास चंद्रखुरी ग्राम को माता कौशल्या का जन्मस्थान व भगवान राम का ननिहाल माना जाता है। यहाँ के लोग भगवान राम को इस नाते अपना भांचा ( भांजा) मानते हैं। खनिज और वन संपदा में भी छत्तीसगढ़ राज्य का महत्वपूर्ण स्थान है ।
श्रीमती काजल रामचंदानी ,वरिष्ठ संकाय आर्ट ऑफ लिविंग ,रायपुर थीं। इस समारोह के मुख्य अतिथि सुभांशु खरे ,फैकल्टी आर्ट ऑफ लिविंग थे और स्वाति शांडिल्य सामाजिक कार्यकर्ता और डॉ. प्राची उपाध्याय कार्यक्रम के सम्मानित अतिथि थे। सोसायटी के चेयरमैन जी के भटनागर ने सभी अतिथियों का गमले में लगे पौधे भेंट कर स्वागत किया और कार्यक्रम का संचालन किया। बच्चों ने सभी अतिथियों की उपस्थिति में स्वागत गीत और सुआ नृत्य जैसी सांस्कृतिक गतिविधियाँ प्रस्तुत कीं। इसके अलावा स्कूल के बच्चों ने कार्यक्रम में अतिथियों के समक्ष कचरे से तैयार उत्पादों का प्रदर्शन भी किया। काजल और सुभांशु खरे और स्वाति और डॉ. प्राची ने कार्यक्रम में संबोधित किया और स्कूल के बच्चों को प्रेरक कहानियाँ सुनाईं। सभी अतिथियों ने समाज की मुक्त विद्यालय अवधारणा और पूरे वर्ष स्कूल में आयोजित उपयोगी गतिविधियों की सराहना की। बच्चों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम में भाग लिया। दिवाली उपहार बनाने वालों बच्चों को अतिथियों और मुख्य अतिथि द्वारा सम्मानित किया गया और पुरस्कार दिए गए। भारती मरावी और ख़ुशी और मिस ईशा रामचंदनी स्वयंसेवकों ने कार्यक्रम को बहुत सफल बनाने के लिए ईमानदार प्रयास किए। कार्यक्रम धन्यवाद प्रस्ताव के उपरांत सभी उपस्थित अतिथियों और बच्चों ने राष्ट्रगान गा कर कार्यक्रम का समापन किया।
( छत्तीसगढ़ ब्यूरो)
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