कटनी मध्य प्रदेश
सिलोंडी और ढीमरखेड़ा इससे लगे सैकड़ो गांव आज भी विकास की मुख्य धारा से जुड़ नहीं पा रहे हैं,कारण यह कि जब ये जबलपुर जिला में थे तब भी जिले के अंतिम छोर में थे और जब जबलपुर का विखंडन कर कटनी जिला बनाकर इन्हे कटनी जिले में मिलाया गया तो भी ये अंतिम छोर में है। आज सिलोंडी और ढीमरखेड़ा से जुड़े सैकड़ों ग्राम के लोग जिला कटनी होने से बहुत अधिक परेशान है और किसी भी स्थिति में ऐसा मानते हैं कि उनकी समस्या का निराकरण केवल सिहोरा को जिला बनाकर ही किया जा सकता है।
इस संबंध में सिलोंडी दशरमन के रमेश गर्ग राहुल सोनी अनी शुक्ला सत्यपाल सिंह शंकर राय,उमेश बर्मन, राजेश दहिया, सुरेश बर्मन, श्यामलाल यादव,श्याम किशोर राय, शिवकुमार रजक, पंकज राय, अंबर राय,प्रमोद जैन, सत्येंद्र जैन, गणेश साहू ,प्रकाश जैन, रामनाथ काछी, कमलेश राय , रमेश सोनी, शिवम अवस्थी, जय नारायण राय, रियाज खान ,केश लाल साहू मुकेश राय, रमेश राय ,पुनीत सेन, रामकुमार नाई,नीलू दाहिया, विनय जोशी, रमेश पटेल, संतोष पटेल ,राजेंद्र मिश्रा ,जगदीश झरिया, रमाकांत असाटी, सत्य किशोर उपाध्याय, चक्रसेन बर्मन, मुकेश पटेल, माधव पटेल आदि ने मुख्यमंत्री से बड़वारा आगमन पर मांग की कि सिहोरा से उनके क्षेत्र हेतु आवागमन के सीधे साधन है,इसलिए सिहोरा को जिला बनाते हुए उनके ग्रामों को सिहोरा जिला का हिस्सा बनाया जाए।
सिहोरा इसलिए बेहतर –
सिहोरा से सिलोंडी की दूरी महज 40 किलोमीटर है जबकि कटनी 90 किलोमीटर है। कटनी जाने के लिए सिलौंडी वालों को दो बार बसों को बदलना पड़ता है। इसी प्रकार से ढीमरखेड़ा से सिहोरा की दूरी मात्र 32 किलोमीटर है जबकि कटनी 53 किलोमीटर दूर है । सिलोंडी और ढीमरखेड़ा के लोगों का कहना है की पहले जबलपुर और अब कटनी जिले में शामिल करके उनके क्षेत्र के साथ वर्षों के साथ अन्याय किया जा रहा है और शिवराज सरकार सिहोरा को जिला बनाकर और उसमें उनके क्षेत्र को शामिल करके उन्हें मुख्य धारा में जोड़ने की दिशा में आगे कदम बढ़ाने चाहिए।
अन्य क्षेत्र भी है पीड़ित
आंकड़ों से माने तो केवल सिलोंडी और ढीमरखेड़ा की ही यह स्थिति ऐसी नहीं है, कटनी जिले के पान उमरिया की सिहोरा से दूरी मात्र 20 किलोमीटर है जबकि कटनी 41 किलोमीटर दूर है। खमतरा की सिहोरा से दूरी 65 किलोमीटर है जबकि कटनी से यह 82 किलोमीटर दूर है। इसी प्रकार बहोरीबंद की सिहोरा से सीधी मार्ग 25 किलोमीटर का है जबकि कटनी से बहोरीबंद 49 किलोमीटर दूर है। कटनी जिले का बाकल सिहोरा से मात्र 40 किलोमीटर दूर है जबकि कटनी से इसकी दूरी 64 किलोमीटर की है ।इसी प्रकार से बचैया सिहोरा से 18 किलोमीटर और कटनी से 58 किलोमीटर है। स्लीमनाबाद सिहोरा से 24 किलोमीटर और कटनी से 27 किलोमीटर है। इन आंकड़ों के आधार पर यह दावा मजबूत होता है कि ढीमरखेड़ा, सिलोंडी, खमतरा ,बहोरीबंद, बाकल, बचैया और स्लीमनाबाद का केंद्र सिहोरा होने से इन क्षेत्र की जिला मुख्यालय से दूरी आधे से भी कम हो जाएगी और इन क्षेत्रों में रहने वाले लोगों के लिए सिहोरा का जिला बनना इन्हें मुख्य धारा से जोड़ने में सहायक होगा।विदित हो कि सिहोरा को जिला बनाने का आंदोलन विगत दो वर्षो से जारी है और इन दो वर्षो में इन समस्त क्षेत्रों का आंदोलन में सहयोग भी रहा है।
सौरभ गर्ग ब्यूरो कटनी
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