इंदौर मध्य प्रदेश
गुरसिंघ सभा के प्रधान सहित सिख समाज का प्रतिनिधि मंडल मिला उच्च शिक्षा मंत्री इन्दरसिंह परमार से
इन्दौर 11 दिसंबर।
सिख समाज का प्रतिनिधि मंडल होल्कर कॉलेज में उच्च शिक्षा मंत्री इन्दरसिंह परमार से मिला। उन्होंने सभी सिख समाज की ओर से शिक्षण पाठ्यक्रम में संशोधन करने की मांग की एवं सिख धर्म गुरूओं के इतिहास, शौर्य व बलिदान को पाठ्यक्रमों में शामिल करने की अपनी मांग रखी। गुरविन सिंह छाबड़ा ने बताया कि पाठ्यक्रम में यदि सिख धर्मगुरूओं को शामिल किया जाएगा तो युवा पीढ़ी उनके इतिहास, शौर्य व बलिदान से परिचित हो सकेगी। सिख धर्मगुरूओं को जो मुगल काल में यातनाएं दी गई बंदासिंह बहादुर व चार साहबजादे को कैसे वीरता मिली इसके इतिहास से सब परिचित हो सकेंगे। छाबड़ा ने मंत्री परमार को ज्ञापन सौंपते हुए मांग की कि सिख समाज के गुरू गोविंदसिंह, गुरू तेगबहादुरसिंह, चार साहबजादे, बंदासिंह बहादुर सहित धर्मगुरूओं के इतिहास को पाठ्यक्रम में शामिल किया जाए ताकि युवा उनके बलिदान को जान पाए। ज्ञापन देने में गुरू सिंघ सभा प्रधान मोनू भाटिया, बंटू खनूजा, मनप्रित सिंह हौरा, सतबीरसिंह छाबड़ा, बंटी भाटिया, रविन्द्रसिंह कल्सी, अवतारसिंह सैनी, रविन्द्रसिंह हौरा सहित प्रतिनिधि मंडल के सदस्य मौजूद थे।
रिपोर्ट अनिल भंडारी
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