छत्तीसगढ़
नारायणपुर
नारायणपुर ज़िले के 38 ग्रामों में महिला स्व सहायता समूहों द्वारा गौठानों में सामुदायिक बाड़ी विकसित करने का कार्य किया जा रहा है। इसके तहत नारायणपुर विकासखंड के ग्राम कोचवाही गौठान की मां भवानी स्व सहायता समूह की 10 महिलाओं ने कामयाबी की उड़ान भरी है। शासन की महत्वाकांक्षी सुराजी ग्राम योजना से उनके जीवन में व्यापक परिवर्तन आये हैं और वे आर्थिक रूप से मजबूत बन रही हैं। समूह की महिलाओं द्वारा मल्चिंग विधि से पपीता, भिंडी, बैगन, करेला एवं अन्य उद्यानिकी फसल की खेती की जा रही है और ड्रिप सिस्टम से सिंचाई की जा रही है। उद्यानिकी फसलों के आधुनिक विधि का उपयोग करने का फायदा यह हुआ कि सब्जी के उत्पादन वृद्धि हुई है।
मां भवानी स्व सहायता समूह की परिश्रमी महिलांए गौठान में जुडने के बाद साग-सब्जी का उत्पादन कर उनके आर्थिक स्थिति में काफी ज्यादा सुधार आया है। इसके साथ ही जो महिलाऐं घर की चहारदीवारी में अपनी बात तक स्पष्ट रूप रख से नहीं रख पाती थीं, आज ग्रामीण स्तर पर शासन की हर योजना के बारे में जानकारी प्राप्त कर उनके प्रति कार्य करने एवं अपनी बातों को ग्रामीणजनों और समुदाय के बीच में स्पष्ट रूप से रख पाने में सक्षम हो गई हैं।
समूह की महिलाओं द्वारा उत्पादित साग-सब्जी का विक्रय स्थानीय बाजारों, आंगनबाड़ी केंद्रों, छात्रावास तथा ग्रामीण क्षेत्र में किया जा रहा है। जिससे इन्हें अच्छी आय प्राप्त हुई है। गौठानों में किए जा रहे विविध आजीविका गतिविधियाँ उनके दैनिक जीवन की आवश्यकताओं की पूर्ति के साथ-साथ बच्चों की पढ़ाई-लिखाई में भी मददगार साबित हो रही हैं।
( राजीव खरे स्टेट ब्यूरो)
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