इंदौर मध्य प्रदेश
पुस्तक को वर्षों के अनुभव, सैकड़ों केस स्टडीज़, और अधिकारियों की रिपोर्ट्स के आधार पर किया गया है तैयार।
साइबर अपराधों के विरुद्ध एडिशनल डीसीपी श्री राजेश दंडोतिया द्वारा रचित पुस्तक ‘Cyber Rakshak’ लाएगी साइबर जन-जागरूकता।
इंदौर – शहर मे साइबर अपराधों पर अंकुश लगाने तथा लोगो मे साइबर अपराधो के प्रति जन जागरुकता लाने के लिए नगरीय पुलिस इंदौर द्वारा लगातार प्रयास किये जा रहे है। इसी अनुक्रम में पुलिस आयुक्त नगरीय इंदौर संतोष कुमार सिंह द्वारा आज दिनांक 27-05-25 को पलासिया स्थित पुलिस कमिश्नर कार्यालय के सभागृह मे अति पुलिस उपायुक्त क्राइम ब्रांच इंदौर राजेश डंडोतिया द्वारा रचित पुस्तक ‘Cyber Rakshak’ का विमोचन किया गया। इस दौरान अति पुलिस आयुक्त नगरीय इंदौर (कानून व्यवस्था) अमित सिंह, पुलिस उपायुक्त क्राइम इंदौर नगरीय राजेश कुमार त्रिपाठी, अति पुलिस क्राइम राजेश डंडोतिया सहित शहर के अन्य पुलिस अधिकारी कर्मचारीगण उपस्थित रहे।


पुलिस आयुक्त द्वारा पुस्तक का विमोचन करते हुए बताया कि पुस्तक ‘Cyber Rakshak’ आज के डिजिटल युग की एक ज़रूरी दस्तक है। यह पुस्तक महज एक जानकारी का स्रोत नहीं, बल्कि हर आम और खास नागरिक के लिए चेतावनी, सावधानी और समाधान का समुचित मेल है। इस पुस्तक को वर्षों के अनुभव, सैकड़ों केस स्टडीज़, और अधिकारियों की रिपोर्ट्स आदि के आधार पर इस कृति को तैयार किया गया है। उन्होने बताया कि एक आम नागरिक, जो किताबें पढ़ने का अभ्यस्त न भी हो, फिर भी इसे सहजता से समझ सके और उसका लाभ उठा कर साइबर अपराधों के प्रति जागरूक हो, इसी को ध्यान में रखते हुए इसकी रचना की गई हैं।

‘Cyber Rakshak’ पुस्तक मे विभिन्न डिजिटल अपराधो, साइबर ठगी, OTP फ्रॉड, सोशल मीडिया हैकिंग और ऑनलाइन ब्लैकमेल, डिजिटल अरेस्ट, सेक्सटॉर्शन, सोशल मीडिया संबंधी फ्रॉड आदि विभिन्न साइबर अपराधों व उनसे बचने वाली सावधानियों के बारे में बताया गया है। तथा इसमे साइबर अपराधों का शिकार होने वाले अशिक्षित या तकनीकी ज्ञान से वंचित लोगो एवं कई ऐसे प्रबुद्ध, शिक्षित और समझदार लोगों के अनुभवों को भी शामिल किया गया है जो धोखे का शिकार हुए है।
Cyber Rakshak’ पुस्तक के बारे में बताते हुए राजेश दंडोतिया ने बताया कि, पुलिस कमिश्नर इंदौर श्री संतोष कुमार सिंह के दिशा निर्देशन व परिकल्पना के अनुसार ही उक्त पुस्तक की रचना की गई है। साइबर सुरक्षा केवल पुलिस या तकनीकी विशेषज्ञों का विषय न होकर, समाज के हर वर्ग की ज़रूरत व वर्तमान समय की आवश्यकता है। चाहे वह विद्यार्थी , शिक्षक, अभिभावक, वरिष्ठ नागरिक या छोटे व्यवसायी हो—हर किसी को डिजिटल सुरक्षा की बुनियादी समझ आवश्यक है।
पुस्तक में वास्तविक घटनाओं के ज़रिये बताया गया है कि कैसे मामूली सी लापरवाही बड़े आर्थिक और मानसिक नुक़सान में बदल सकती है।
इस पुस्तक Cyber Rakshak’ के माध्यम से इंदौर पुलिस का उद्देश्य आम जन मे साइबर अपराधो के प्रति जन जागरुकता लाना है। इस पुस्तक मे साइबर अपराधो के प्रकार एवं उनसे बचने के तरीके बताये गये है। यह पुस्तक आम नागरिक ऑनलाईन प्लेटफार्म फ्लिपकार्ट, अमेजॉन से भी खरीद सकते है।
रिपोर्ट-अनिल भंडारी
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