इंदौर मध्य प्रदेश
तीन माह पूर्व संस्था प्रवेश को नेहरू स्टेडियम के सर्विस रोड पर 7.5 माह की गर्भावस्था में रेखा नामक एक महिला बेसुध हालत में मिली थी जिसे रेस्क्यू कर अरविंदो में इलाज करवाया एवं केंद्र पर संस्था प्रवेश की टीम द्वारा उसका ख्याल रखा गया। महिला अपने पति का नाम अनिल वह निवासी फुलाखाल बताया था। संयोगितागंज थाने के सहयोग से उसे ढूंढने का सिलसिला जारी हुआ। संस्था प्रवेश की टीम की काउंसलर निधि गौर ने लगातार रेखा की काउंसलिंग कर उसके द्वारा बताए गए कुछ कुछ शब्दों को जोड़ते हुए सिरोंज निवासी महिला की ननंद का पता निकाला संपर्क करने पर पता चला कि अनिल कई सालों से उनसे नहीं मिला है। इसी बीच गर्भावस्था के माह पूर्ण होते-होते रेखा ने बहुत ही खूबसूरत प्यारी सी बेटी को जन्म दिया हमने जिसका नाम शुभलक्ष्मी रखा।
काउंसलर निधि द्वारा अपना प्रयास जारी रखते हुए फुलाखाल थाने तक भी पहुंचे एवं संयोगितागंज थाने के सहयोग से वहाँ थाने में रेखा की जानकारी दी ताकि उसका पति कभी ढूंढते हुए थाने पहुंचे तो संपर्क हो सके। सभी का अथक प्रयास रंग लाया और ढूंढते ढूंढते अनिल जैसे ही फुलाखाल थाने पहुंचा जहां से संयोगितागंज थाने में संपर्क कर उसे इंदौर भेजा। अनिल जब केंद्र पर पहुंचा अपनी पत्नी और बच्ची को देखकर बेहद खुश हुआ जो तीन महीने से उन्हें ढूंढने के लिए दर-दर की ठोकरे खा रहा था अनिल के द्वारा पता चला कि वह अपनी पत्नी को गर्भावस्था के दौरान लाल अस्पताल में दिखाने इंदौर लाया था और जब वह भोजन लेने गया तो मानसिक अवस्था ठीक ना होने के कारण रेखा कहीं निकल गई और वह उसे ढूंढता रहा क्योंकि उसके पास ना मोबाइल और ना ही रेखा का फोटो था जिससे उसे किसी भी थाने से सहयोग नहीं मिल सका था। बहरहाल अंत भला तो सब भला
धनतेरस के शुभ अवसर पर संस्था प्रवेश की टीम ने मां बेटी को ढेर सारे उपहार देकर उन्हें उनके गांव भेजा।
जब अनिल अपनी पत्नी और बेटी को लेकर अपने गांव के लिए निकला तो परिवार के मिलने का संतोष चेहरे पर अलग ही नजर आया।
ईश्वर उन्हें स्वस्थ रखें, खुश रखें।
संयोगितागंज थाने की सब इंस्पेक्टर शिल्पा पाटीदार एवं ASI सुरेंद्र चौधरी के सहयोग के लिए संस्था प्रवेश बहुत-बहुत धन्यवाद करती हैं। रिपोर्ट अनिल भंडारी
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