मध्य प्रदेश जिला सीधी
उत्कृष्ट बालक छात्रावास सीधी में गत दिवस कलेक्टर Saket Malviya के मुख्य आतिथ्य में सद्गुरु कबीर दास जी की जयंती का कार्यक्रम आयोजित किया गया। मुख्य अतिथि द्वारा सर्वप्रथम संत कबीर दास जी के छायाचित्र पर दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। तत्पश्चात कबीर के दोहों से कार्यक्रम की शुरुआत हुई।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि कलेक्टर श्री मालवीय द्वारा अपने उद्बोधन में कहा गया कि कबीर दास जी ज्ञानमार्गी शाखा के एक महान संत व समाज सुधारक थे। कबीर दास जी को संत समुदाय का प्रवर्तक माना जाता है। कबीर दास जी की तीन रचनाएं प्रमुख हैं साखी , शबद और रमैनी। कबीर दास जी का मानना था कि धरती पर अलग-अलग धर्मों का बंटवारा करना सब मिथ है गलत है। वह एक ऐसे संत थे जिन्होंने हिंदू मुस्लिम एकता को बढ़ावा दिया। उन्होंने एक सार्वभौमिक रास्ता बताया। कबीर दास जी के दोहे जन-जन में प्रचलित है। कलेक्टर ने कबीर दास जी के दोहे पढ़कर उन दोहों को आत्मसात करने और जीवन में उतारने की सलाह दी।
इस अवसर पर डॉ रामलला शर्मा प्राचार्य शासकीय महाविद्यालय कुसमी के द्वारा संत कबीर दास जी के व्यक्तित्व और कृतित्व पर विस्तार से प्रकाश डाला गया और उनकी रचनाओं पर चर्चा की गई। श्री राकेश कुमार मौर्या द्वारा भी सदगुरु कबीर दास जी के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर प्रकाश डाला गया। कार्यक्रम का सफल संचालन विभाग के सहायक संचालक डॉ डीके द्विवेदी द्वारा किया गया। तथा आभार ज्ञापन श्री एन के एस मरकाम क्षेत्र संयोजक द्वारा किया गया।
इस अवसर पर सहायक आयुक्त राजेश सिंह परिहार, शिवदान साकेत, मोहित वर्मा, मुन्ना लाल चैधरी, छोटे लाल कोरी ,कमलेश मौर्या, श्रीमती किरण सिंह, श्रीमती शोभा देवी कोल पार्षद, तारा साहू, राजेश पटेल मंडल संयोजक तथा विभाग के अधीक्षक, संत कबीर दास जी के अनुयाई और छात्रावासों के छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।
रिपोर्ट सोनू गुप्ता
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