इंदौर मध्य प्रदेश
स्टूडेंट्स ने विभिन्न फ्रॉड के तरीकों के माध्यम से लिया, साइबर क्राइम से बचने का प्रैक्टिकली ज्ञान।
इंदौर पुलिस द्वारा साइबर अपराधों पर अंकुश लगाने के लिये, इसके प्रति लोगों में जागरूकता लाने के उद्देश्य से लगातार विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। इसी अनुक्रम में दिनांक 09.11.23 को अति. पुलिस उपायुक्त क्राइम इंदौर ने पुलिस टीम के साथ सत्य सांई विद्या विहार स्कूल इंदौर में पहुंचकर, स्टूडेंट्स को साइबर अपराधों के प्रति जागरूक किया।
सायबर अवेयरनेस के तहत सत्य सांई विद्या विहार स्कूल के ऑडिटोरियम में आयोजित कार्यक्रम में एडीशनल डीसीपी क्राइम राजेश दंडोतिया ने, अपनी 197 वीं कार्यशाला में करीब 1400 स्टूडेंट्स को वर्तमान समय के साइबर अपराधों के प्रकारों और इनसे बचने के तरीकों को बताते हुए, उन्हें पुलिस के पास आने वाली साइबर अपराधों की शिकायतों की केस स्टडी के आधार पर, विभिन्न प्रकार के साइबर फ्रॉड- ओटीपी फ्रॉड, फर्जी लिंक भेज कर किए जाने वाले फ्रॉड, ओएलएक्स या ई-कॉमर्स वेबसाइट द्वारा किए जाने वाले फ्रॉड, सेक्सटॉर्शन फ्रॉड और सोशल मीडिया द्वारा की जाने वाली साइबर बुलिंग, फिशिंग आदि साइबर अपराधों आदि की जानकारी देते हुए कहा कि वर्चुअल वर्ल्ड में प्रत्येक गतिविधि में पूर्ण सतर्कता और सावधानी रखना ही इन अपराधों से सबसे बड़ा बचाव है।
अतः सबसे जरूरी रूल यह बनाएं कि, हम अपनी निजी जानकारी किसी से भी शेयर नहीं करेंगे।
इस दौरान छात्र-छात्राओं एवं स्टाफ ने भी उनके या उनके परिजनों आदि के साथ हुई विभिन्न घटनाओं के बारे में साइबर क्राइम की तकनीकी जानकारी के बारे में विभिन्न प्रश्न किए, जिनका एडिशनल डीसीपी ने बड़े ही रोचक तरीके से प्रैक्टिकली अनुभवों और टेक्निकल टिप्स को बताकर उनकी जिज्ञासाओं का शमन किया।
इस अवसर पर स्टूडेंट्स सहित संस्थान के स्टाफ ने भी साइबर सुरक्षा संबंधी बारिकियों को समझा और इंदौर पुलिस के इस अभियान की जमकर सराहना की।
रिपोर्ट-अनिल भंडारी
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