प्रभुपाल चौहान वाराणसी
वाराणसी/शुक्रवार की सुबह 11:00 बजे के करीब आसमान में चमकते सूरज पर जिसकी नजर पड़ी, वह देखता ही रह गया। सूर्य के चारों तरफ इंद्रधनुषी गोला चमकता दिखा। हर कोई इस खूबसूरत नजारे को अपने मोबाइल फोन में चैट करता नजर आया।
बीएचयू के खगोल वैज्ञानिकों के मुताबिक, धरती पर चमकीले प्रदूषक की मात्रा बढ़ने से सूरज के चारों ओर छल्ला बनता है, मगर शुक्रवार को सूरज के चारों तरफ बना यह छल्ला बादल के पानी से परावर्तित होकर इंद्रधनुषी रंग बिखेरते दिखा।
बीएचयू ज्योतिष के पूर्व अध्यक्ष प्रोफ़ेसर विनय पांडे ने कहां की सूर्य के चारों तरफ बनने वाले इंद्रधनुषी गोले को ज्योतिष में परिवेश कहा जाता है। यह अच्छी वर्षा का सूचक है। जल्द ही बारिश हो सकती है। श्री काशी विश्वनाथ मंदिर न्यास के न्यासी प्रो. चंद्रमौली उपाध्याय ने बताया कि सूर्य के चारों तरफ जो आभामंडल बनता है ,उसे परिवेश भी कहा जाता है। शुभ अशुभ से इसका कोई संबंध नहीं है। ज्योतिष के अनुसार यह अचानक मौसम में बदलाव का सूचक है। जहां जहां भी यह नजर आया है वहां पर बारिश के आसार बन रहे हैं।
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