चित्रकूट
ज़िले में मान्यता प्राप्त प्राइवेट शिक्षण संस्थानों के संचालकों की मनमानी ख़ूब देखने को मिल रही है जहां पर भीषण ठंड में भी विद्यालय खोले हुए हैं और अभिभावक अपने बच्चों को भीषण ठंड में विद्यालय भेजने को मजबूर हैं और नन्हे मुन्ने नौनिहाल भीषण ठंड में विद्यालय जाते हैं ठंड से ठिठुरते रहते हैं जिसके कारण इन बच्चों के साथ कभी भी कोई अनहोनी घटना घटित हो सकती है लेकिन इन बच्चों की तरफ़ न ही विद्यालय संचालकों द्वारा ध्यान दिया जा रहा है और न ही ज़िम्मेदार अधिकारियों द्वारा कोई ध्यान दिया जा रहा है lशीत लहर व भीषण ठंड को देखते हुए जिलाधिकारी महोदय व ज़िला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने प्राथमिक विद्यालय व उच्च प्राथमिक विद्यालयों को 15 जनवरी तक बंद रखने के आदेश दिए हैं लेकिन मान्यता प्राप्त प्राइवेट शिक्षण संस्थानों के संचालकों के ऊपर जिलाधिकारी महोदय व ज़िला बेसिक शिक्षा अधिकारी के निर्देश बौने साबित होते दिखाई दे रहे हैं जो शासन के सख्त निर्देश के बावजूद कड़ाके की ठंड में विद्यालय संचालित किए हुए हैं जिसके चलते नन्हे मुन्ने नौनिहाल विद्यालय जाने को मजबूर हैं lज़िला मुख्यालय सहित अन्य ग्रामीण इलाकों में मान्यता प्राप्त प्राइवेट शिक्षण संस्थानों के संचालकों की मनमानी ख़ूब देखने को मिल रही है जो शासन के निर्देशों की खुलेआम अनदेखी करते हुए विद्यालय संचालित किए हुए हैं l खण्ड शिक्षा अधिकारी कर्वी क्षेत्र के अंतर्गत संचालित मान्यता प्राप्त प्राइवेट शिक्षण संस्थान सी पी सिंह आवासीय विद्यालय चकला राजरानी कर्वी चित्रकूट,पी एम मेमोरियल खोही, लाइना बाबा इण्टर कॉलेज (प्राथमिक स्तर) शिवरामपुर, परम विद्या मंदिर इंटर कॉलेज (प्राथमिक स्तर) शिवरामपुर, श्री नागेश्वर प्रसाद अग्रवाल सरस्वती शिशु मंदिर शिवरामपुर व सन्त थामस स्कूल खुटहा कर्वी सहित ज़िले के अन्य कई मान्यता प्राप्त प्राइवेट शिक्षण संस्थान भीषण ठंड में खुले हुए हैं जिनपर शासन के निर्देशों का कोई असर नहीं दिखाई पड़ रहा है lसबसे बड़ी सोंचने वाली बात यह है कि शीतलहर व भीषण ठंड को देखते हुए शासन प्रशासन ने प्राथमिक व उच्च प्राथमिक स्तरीय विद्यालयों में 15जनवरी तक का अवकाश घोषित किया गया है लेकिन मान्यता प्राप्त प्राइवेट शिक्षण संस्थानों के संचालकों द्वारा शासन के निर्देशों की अनदेखी करते हुए विद्यालय संचालित किए जा रहे हैं जिसके कारण नन्हे मुन्ने नौनिहाल भीषण ठंड की चपेट में आकर कभी भी मौत के आगोस में समा सकते हैं lअब देखना यह है कि शासन प्रशासन के निर्देशों की खुलेआम अनदेखी कर विद्यालय संचालित करने वाले मान्यता प्राप्त प्राइवेट शिक्षण संस्थानों के संचालकों की मनमानी पर रोक लगाते हुए जिलाधिकारी महोदय व जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी महोदय कब आवश्यक कार्यवाही करने का काम करेंगे व शासन के निर्देशों की खुलेआम अनदेखी करने वाले मान्यता प्राप्त प्राइवेट शिक्षण संस्थानों की मान्यता रद्द करते हुए सबक सिखाने का काम किया जायेगा
रिपोर्ट- प्रभुपाल चौहान
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