डिंडौरी मध्य प्रदेश
मुरूम व मिट्टी का अवैध खनन के साथ बेधड़क परिवहन
प्रदेश में नई सरकार के सत्तासीन होने के बाद भी डिंडौरी जिले में खनिज संपदा का दोहन बदस्तूर जारी है। खनिज माफिया बेधड़क होकर खनिज का अवैध उत्खनन कर रहे हैं। प्रशासन व खनिज विभाग द्वारा ऐसे लोगों के विरुद्ध कोई कार्यवाही नहीं की जा रही है।
शहपुरा क्षेत्र में मिट्टी खनन माफियाओं के द्वारा दिन रात जेसीबी मशीन लगाकर मिट्टी का अवैध खनन किया जा रहा है जिससे राजस्व विभाग को लाखों की क्षति हो रही है। डिंडोरी जिला के शहपुरा तहसील क्षेत्र के कस्बा ग्रामीण क्षेत्रों में मिट्टी खनन माफियाओं के द्वारा दिन रात जेसीबी मशीन लगाकर मिट्टी का अवैध खनन किया जा रहा है, जिससे राजस्व विभाग को लाखों की क्षति हो रही है। ग्रामीणों का आरोप है कि क्षेत्र में खनन माफिया पुलिस की मिलीभगत से मिट्टी का अवैध खनन कर रहे है।
शहपुरा क्षेत्र में लगातार पिछले कई दिनों से मिट्टी का अवैध रूप से जेसीबी मशीन के द्वारा खनन किया जा रहा है। ग्रामीणों का आरोप है कि दिनदहाड़े जेबीसी मशीन से मिट्टी खोदकर ट्रैक्टरों की ट्रॉली में भरकर 500 – 600 रुपये प्रति ट्रॉली की दर से बेची जा रही है। जिससे राजस्व विभाग को हजारों रुपये की क्षति हो रही है। माफिया रातों रात मिट्टी का खनन करते हैं। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि खनन माफिया के पास मिट्टी उठाने का कोई भी परमिट नहीं है। ग्रामीणों ने बताया कि शहपुरा थाना क्षेत्र में चाहे वह बरखेड़ा गुरैया मार्ग हो या फिर डोभी कछारी मार्ग हो जहां पर दिन रात शहपुरा क्षेत्र के चारों ओर मिट्टी का अवैध खनन जोरों पर होता देखा जा सकता है। बिना किसी रोक टोक के माफियाओं द्वारा अवैध खनन करके मिट्टी बेचने का गोरखधंधा जोरों पर चल रहा है।
किसानों को दिया जा रहा है लालच
शहपुरा मैं मुरूम और मिट्टी के उत्खनन का ठेका किसी को नहीं दिया गया है। उत्खनन के लिए दिए गए दर्जनों आवेदन प्रशासन के पास लंबित है। वहीं दूसरी ओर मुरूम और मिट्टी का अवैध खनन करने वाले खनिज माफिया नए-नए तरीके अपना रहे हैं। उनके द्वारा किसानों को उनके खेत की जमीन को समतल बनाने का झांसा देकर लालच दिया जा रहा है और समतल की आड़ में खुदाई करके मुरूम और मिट्टी निकाली जा रही है। पता चलता है कि जिन-जिन क्षेत्रों में खनिज संपदा का दोहन हो रहा है वह जेसीबी का उपयोग धड़ल्ले से किया जा रहा है।
रात्रि कालीन समय में निकलती है गाड़ियां
शहपुरा के ग्रामीण क्षेत्र से अवैध मुरूम और मिट्टी का परिवहन रात्रिकालीन समय में हो रहा है। दिन के समय ऐसी गाड़ियां कम ही दिखाई देती हैं, लेकिन रात 9:00 बजे के बाद से सुबह 5:00 तक सैकड़ो गाड़ियों का परिवहन हो रहा है। अवैध उत्खनन करने वालों ने अपनी गाड़ियों को निकालने के लिए इस नए समयकाल का चयन किया है। इस समयावधि में गाड़ियों की चेकिंग का काम अमूमन नहीं होता। इधर खनिज विभाग भी उदासीन है। विभाग द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों में निरीक्षण नहीं किया जाता, इससे विभागीय मिलीभगत की संभावना भी पुष्ट होती प्रतीत हो रही है।
रिपोर्ट अखिलेश झारिया
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